इसके जरिए आर्थिक समृद्धि का पाया रास्ता

कोरबा। होली के बहाने कोरबा जिले में महिलाओं के स्व सहायता समूह को आर्थिक आमदनी का एक अच्छा माध्यम मिल गया है। इस वर्ष भी अनेक समूह के द्वारा हर्बल गुलाल हर्बल रंग के साथ-साथ कई जरूरी चीज तैयार की जा रही हैं। पिछले वर्ष के रिस्पांस को देखते हुए उन्होंने अब ज्यादा पूंजी निवेश किया है ताकि अधिक लाभ कमाया जा सके।
कोरबा जिले के कटघोरा विकासखंड के महिला समूह ने 5 वर्ष पहले इसकी शुरुआत की। उन्होंने हानि रहित रंग गुलाल तैयार किया और इसका सीमित स्तर पर प्रचार किया इसके बावजूद उन्हें का$फी ऑर्डर मिले उनके सामान को कंज्यूम करने वालों ने भरोसा किया नतीजे के आधार पर यह बात आगे बढ़े परिणाम दिया हुआ कि अगले वर्ष में मांग छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे प्रदेशों से भी पहुंची। जिला पंचायत कोरबा के अधिकारी ने बताया कि महिला समूह की ओर से शुरू किए गए प्रयास ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने का काम किया महिलाओं ने हमसे संपर्क किया और पूछा कि उनके लिए और विशेष क्या हो सकता है। जिस पर जिला पंचायत में आजीविका मिशन के अंतर्गत उन्हें आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई कुछ मामलों में कच्चा सामान दिलाया गया। इस वर्ष कटघोरा के साथ-साथ कोरबा करतला पाली और पौड़ी उतरौला विकासखंड में महिलाओं के स्व सहायता समूह होली के लिए हर्बल गुलाल और रंग तैयार करने में जुटे हुए हैं। महिलाओं ने बताया कि उनके पास इस प्रकार के सामानों की डिमांड बहुत ज्यादा आ रही है उनका प्रयास यही है कि होली त्योहार से पहले सामग्री तैयार करने के साथ उसकी आपूर्ति कर दी जाए महिलाओं ने बताया कि पिछले वर्षों में जो कोशिश की गई है। उसे उनके फंड में बढ़ोतरी हुई है और काम करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी भी हुई है।
जानकारी मिली है कि महिला समूह ने केवल होली ही नहीं बल्कि रक्षाबंधन और दीपावली जैसे पर्व को भी अपने कामकाज का हिस्सा बनाया है। छत्तीसगढ़ ट्रेडिंग को ध्यान में रखते हुए यहां के परंपरागत चीजों को रक्षाबंधन के लिए उपयोग में लिया और आर्टिफिशियल राखी तैयार की इसके माध्यम से एक अच्छा संदेश देने का काम किया गया जिसे सभी तरफ प्रशंसा मिली। इसी के साथ दीपावली के अवसर पर गोबर के दीपक बनाए गए उन्हें अच्छे रंग दिए गए ताकि यहां की पहचान काफी दूरी तक तक पहुंचे।
महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए सरकार की ओर से विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है और इनके माध्यम से उन्हें आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। कोरबा जिले में आजीविका मिशन योजना से जुडक़र महिलाओं ने अपने आर्थिक आधार को मजबूत करने का काम किया है। तरुण छत्तीसगढ़ से हुई बातचीत में महिलाओं ने बताया कि दूसरों पर निर्भरता को समाप्त करने के लिए यह एक अच्छा आयाम हो सकता है और हमने इसे न केवल देखा बल्कि जमीन पर उतरने की मानसिकता बनाई। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जब हर तरफ महिलाओं के सामाजिक आर्थिक और समग्र विकास को लेकर बातें की जा रही है और बहुत कुछ करने के दावे भी हो रहे हैं। ऐसे में कोरबा जिले में महिलाओं के आर्थिक विकास के लिए विश्वास सहायता समूहों की ओर से की जा रही कोशिश और प्रशासन के द्वारा उपलब्ध कराई जा रहे हैं अवसर क्रांतिकारी तो हो ही सकते हैं।