कोरबा। लोगों को स्वच्छ और शुद्ध पेयजल प्राप्त हो इस इरादे से भारत सरकार ने जल जीवन मिशन नामक योजना शुरू की है सभी क्षेत्रों में इसका विस्तार किया जा रहा है। कोरबा जिले के पत्रपाली गांव में लंबे समय के बाद भी योजना का क्रियान्वयन 100 $फीसदी नहीं हो सका है इस वजह से यहां के लोग परेशान है। लोगों का कहना है कि ठेकेदार और उसके नीचे काम करने वाला व्यक्ति इस गांव की उपेक्षा क्यों कर रहा है, यह समझ से परे हैं। विकासखंड कोरबा के अंतर्गत आता है पतरापाली गांव, जहां पर जल जीवन मिशन के अंतर्गत सभी घरों में नल कनेक्शन दिए जाने हैं। अरसा पहले इस योजना पर गांव में काम शुरू किया गया और हैरानी की बात यह है कि अब तक 100 फीसदी घरों में योजना का लाभ देना संभव नहीं हो सका है। कछुआ चाल से यह काम हो रहा है और इसमें भी ठेकेदार अपनी मनमानी पर उतारू है। गांव के लोग नल कनेक्शन को लेकर बार-बार कह कर थक चुके हैं लेकिन काम को पूरा नहीं किया जा रहा है। यहां के एक ग्रामीण ने बताया कि उनके यहां भी नल कनेक्शन नहीं हो सका कई बार इसे लेकर उनकी कहासुनी भी हो गई है।
ग्रामीण यहां तक कहा की हो सकता है जिन लोगों ने पैसे दिए हो उनका काम हो गया और बाकी के काम को छोड़ दिया गया।
पतरापाली के पूर्व सरपंच के यहां जल जीवन मिशन से ही एक परिसर में 7 कनेक्शन दिए गए हैं। पूछताछ करने पर इस घर के एक सदस्य ने बताया कि कुछ महीने पहले हमारे यहां कनेक्शन दे दिए गए हैं लेकिन अभी भी इन नलों में पानी नहीं आ रहा है।
एक स्थान पर पत्तों पर आधारित काम करती हुई कुछ महिलाएं मिली उनसे भी जल जीवन मिशन के बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने नपातुला जवाब दिया। पत्रपाली गांव की कहानी कुछ ऐसी ही है लोगों ने पीएचई विभाग को भी इस मामले को लेकर जानकारी दी है ताकि संबंधित एजेंसी पर दबाव बनाने के साथ कामकाज को पूरा कराया जाए ।देखना होगा कि इस गांव में जितने घरों में कनेक्शन दिए जाने बाकी हैं उसे काम को वर्ष 2025 में पूरा किया जाता है या नहीं।