नई दिल्ली। केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को आश्वासन दिया कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद कच्चे तेल की न तो कोई कमी होगी और ईंधन की कीमतों में भी स्थिरता का अनुमान है। केंद्रीय मंत्री का यह आश्वासन ऐसे समय में आया है जब ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष से संभवत: पूरी दुनिया में मैन्यूफैक्चरिंग वस्तुओं की लागत बढ़ सकती है, क्योंकि ईरान कच्चे तेल के प्रमुख उत्पादकों में से एक है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में पिछली कटौती (नवंबर 2021, मई 2022 और मार्च 2024) पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत ने एक अनुशासित मूल्य निर्धारण दृष्टिकोण बनाए रखा है और आगे कोई बड़ा व्यवधान नहीं दिखता है। इससे पहले सोमवार को पुरी ने कहा था कि अंडमान में एक बड़ा तेल और गैस भंडार मिला है। उन्होंने कहा था कि भारत अपने पारंपरिक जीवाश्म आधारित ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाने के लिए हर तरह के प्रयास कर रहा है। इस बीच समाचार एजेंसी आईएएनएस को एक साक्षात्कार में केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था सालाना 6.5 प्रतिशत की दर से लगातार बढ़ रही है और आने वाले वर्षों में आठ ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।मंत्री ने कहा कि भारत पहले ही दो ट्रिलियन डॉलर से बढक़र चार ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन चुका है और 6.5 प्रतिशत की मौजूदा विकास दर के साथ, हम निकट भविष्य में आठ ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।
उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था का विस्तार होता है, यह आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देता है और प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि करता है। आज की परस्पर जुड़ी दुनिया में, इससे वस्तुओं और सेवाओं का अधिक आदान-प्रदान भी होता है। पुरी ने यह भी बताया कि एक मजबूत अर्थव्यवस्था देश की वैश्विक स्थिति और विश्वसनीयता को बढ़ाती है।