नईदिल्ली, १० जून ।
मोदी सरकार के 11 वर्षों को संकल्प से सिद्धि की गौरवशाली यात्रा बताते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने इसकी तुलना पुराने शासनकाल से भी की। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि 2014 से पहले देश में भ्रष्टाचार से ग्रस्त सरकार थी, लेकिन पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के ऐसे कार्य किए हैं, जिन्हें स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाना चाहिए।
नड्डा ने कहा कि पहले देश तुष्टिकरण की राजनीति में डूबा हुआ था। कुर्सी को सुरक्षित रखने के लिए तुष्टिकरण के साथ समाज को विभाजित करना ही राजनीतिक संस्कृति का प्रमुख हिस्सा बन गया था। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश की राजनीतिक संस्कृति में बदलाव आया है। अब पॉलिटिक्स ऑफ परफार्मेंस, जवाबदेही और रिपोर्ट कार्ड की राजनीतिक संस्कृति शुरू हुई है। भाजपा मुख्यालय में सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा की यह सरकार प्रभावशाली, असरदार, मजबूत और निर्णायक सरकार है। पिछले 11 वर्षों में जो आर्थिक अनुशासन स्थापित किया गया और साहसिक निर्णय लिए गए, वे सभी जनता को साथ लेकर लिए गए।यह सरकार इन वर्षों में पारदर्शिता की एक नई मिसाल बन चुकी है। उन्होंने कहा कि आज के समय में 2014 से पहले की ओर लौटने की जरूरत नहीं है, लेकिन यह याद रखना चाहिए कि 2014 से पूर्व की सरकार भ्रष्टाचार और घोटालों में डूबी हुई थी। उस समय नकारात्मकता का माहौल था, जिसमें कुछ नहीं बदलने वाला की सोच व्याप्त थी।2014 में नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद आशावाद ने जगह बनाई। आज पीएम मोदी के प्रति यह धारणा बन चुकी है कि वे समस्याओं का समाधान करेंगे। जेपी नड्डा ने मोदी सरकार की उपलब्धियों के रूप में अनुच्छेद 370, वक्फ संशोधन अधिनियम, नागरिकता संशोधन अधिनियम, नोटबंदी, महिला आरक्षण सहित कई निर्णयों का उल्लेख किया। भारत के दुनिया की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होने की चर्चा करते हुए कहा कि दावा किया कि गरीबी हटाओ जैसे पुराने नारों से आगे बढक़र इस सरकार ने गरीबों के कल्याण को साकार रूप दिया है। आंकड़े स्वयं इस बदलाव के साक्षी हैं कि 25 करोड़ लोग अब तक गरीबी रेखा से ऊपर उठ चुके हैं। सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों का ब्योरा प्रस्तुत करने के साथ ही भाजपा ने अध्यक्ष ने यह बताने का प्रयास किया कि सरकार कितनी दृढ़ इच्छाशक्ति वाली है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने हर चुनौती का सामना सीधा किया है।
देश के इतिहास में पहली बार था, जब किसी प्रधानमंत्री ने इतने स्पष्ट शब्दों में आतंकियों को सीधी चेतावनी दी और जिसके बाद सर्जिकल स्ट्राइक हुई, बालाकोट एयरस्ट्राइक हुई, पहलगाम हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर हुआ। नक्सलवाद के विरुद्ध सख्त कार्रवाई का भी उल्लेख किया।वहीं, नेता प्रतिपक्ष द्वारा चुनाव आयोग की भूमिका पर टिप्पणी के प्रश्न पर कहा कि राहुल गांधी बेबुनियाद प्रश्न उठाते हैं, भगवान उन्हें सद्बुद्धि दें।
इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह, सुनील बंसल और केंद्रीय सूचना प्रसारण तथा रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी उपस्थित थे।