कोलकाता। देश की पूर्वी सीमा पर हैम रेडियो तरंगों पर संदिग्ध आवाजें, कोडित संदेश और उर्दू में वार्तालाप पकड़े गए हैं। इससे संभावित चरमपंथी गतिविधियों को लेकर चिंता बढ़ गई है। हैम रेडियो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसकी जानकारी देने के बाद गृह मंत्रालय के निर्देश पर जांच अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया है। दक्षिण बंगाल में हैम नेटवर्क रिपीटर्स को फिलहाल निष्क्रिय कर दिया गया है।देर रात कुछ रहस्यमय बातचीत हो रही थीपश्चिम बंगाल रेडियो क्लब (हैम रेडियो) के सचिव अंबरीश नाग बिस्वास ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में देर रात कुछ रहस्यमय बातचीत हो रही थी, जिसके लिए बांग्लादेशी क्षेत्र से चोरी से भारतीय हैम रेडियो का उपयोग किया जा रहा था। जब भी हमने बात करने वालों से उनकी पहचान पूछी, तो वह चुप हो गए।अंबरीश ने रेडियो क्लब के अन्य सदस्यों को इसके बारे में बताया। हैम रेडियो की ओर से बातचीत को रिकार्ड कर केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेज दिया गया। इसके बाद मंत्रालय की टीम विस्तृत जानकारी जुटाने के लिए अंबरीश नाग के घर आई थी।सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पहली बार गत दिसंबर में हैम रेडियो संचालकों ने उत्तर 24 परगना के बशीरहाट और बनगांव के साथ-साथ दक्षिण 24 परगना के सुंदरबन में बांग्ला, अरबी और उर्दू में अनधिकृत संचार के बारे में पता लगाया था। हैम रेडियो संचालकों को केंद्रीय संचार मंत्रालय के तहत लाइसेंस प्राप्त होता है और उन्हें विशिष्ट रेडियो फ्रीक्वेंसी का उपयोग करके संचार करने का अधिकार होता है। दूरदराज के स्थानों पर जहां फोन या इंटरनेट काम नहीं करते हैम रेडियो के माध्यम से संचार और बातचीत स्थापित करना संभव है।