इंदौर। राजा रघुवंशी हत्याकांड को लेकर देश भर में आक्रोश देखने को मिल रहा है। इसी कड़ी में शनिवार को इंदौर में रीगल चौराहे स्थित महात्मा गांधी प्रतिमा के समक्ष राजा रघुवंशी के परिजनों और शहरवासियों ने एकजुट होकर कैंडल मार्च निकाला और हत्यारों को फांसी देने की मांग की। मार्च के दौरान लोग हाथों में मोमबत्तियां लेकर गांधी प्रतिमा के समक्ष इकट्ठा हुए और मृतक राजा रघुवंशी को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर बड़ी संख्या में महिलाएं, युवाओं और समाजसेवियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। सभी की एक ही मांग थी, ‘हत्यारों को फांसी दो, इंसाफ दो!’

राजा रघुवंशी के भाई सचिन रघुवंशी ने कहा कि जिस बेरहमी से मेरे भाई की हत्या की गई है, वह बेहद निंदनीय है। आरोपी चाहे कोई भी हो, उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। मेरी शिलांग पुलिस से अपील है कि इस मामले में उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जांच कर सभी दोषियों को फांसी की सजा दिलाई जाए। उन्होंने कहा कि जो भी साजिश इस हत्याकांड के पीछे रची गई है, वह पूरी तरह सामने आनी चाहिए ताकि समाज में एक मजबूत संदेश जाए कि अपराधी चाहे कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, कानून से नहीं बच सकता। बता दें कि 2 जून को सोनम के पति राजा रघुवंशी का शव मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा के रियात अर्लियांग में वेई सवाडोंग पार्किंग स्थल के नीचे एक गहरी खाई से बरामद किया गया था। पति की लाश मिलने के कुछ दिनों बाद सोनम ने 7 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और उसे सड़क मार्ग से पटना ले जाया गया, फिर कोलकाता और फिर गुवाहाटी ले जाया गया।  गुवाहाटी एयरपोर्ट से उसे मंगलवार देर रात सड़क मार्ग से शिलांग के सदर थाने लाया गया। बाकी चार आरोपियों को बुधवार को शिलांग लाया गया। 11 जून को सभी आरोपियों को शिलांग जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया। कोर्ट में पेशी से पहले सोनम ने अपने पति राजा रघुवंशी की मौत में अपनी भूमिका को स्वीकार कर लिया था। मेघालय पुलिस ने जब उसके प्रेमी राज कुशवाहा से उसका आमना-सामना कराकर उससे पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।