
नई दिल्ली। तमिलनाडु में हिंदी तमिल विवाद के बाद अब महाराष्ट्र में मराठी हिंदी विवाद तेजी से बढ रहा है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे हिंदी के विरोध में खुलकर आ गए हैं और उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में केवल दो ही भाषा पढ़ाई जाएं मराठी और अंग्रेजी।
राज ठाकरे ने राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री से अपील की
आंदोलन के लिए सरकार जिम्मेदार होगी- राज ठाकरे
मनसे प्रमुख ने कहा कि मुझे लगता है कि ऐसी कोई योजना नहीं है, लेकिन अगर ऐसा कुछ होता है, तो महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना द्वारा शुरू किए जाने वाले आंदोलन के लिए सरकार जिम्मेदार होगी । देश के कई राज्यों ने पहली कक्षा से ही दो भाषाओं को अपनाया है और हिंदी को थोपने को अस्वीकार किया है, इसका कारण उनकी भाषाई पहचान है।
राज ठाकरे ने कही ये बात
राज ठाकरे ने राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री दादाजी भुसे को संबोधित करते हुए कहा कि आपके साथी कैबिनेट सदस्य भी जन्म से मराठी हैं, आप हिंदी का विरोध करने वाले अन्य राज्यों के नेताओं की तरह कब काम करेंगे और कब अपनी भाषा की पहचान की रक्षा करेंगे और उसका पोषण कैसे करेंगे?