कोरबा/पाली। ग्राम पंचायत पुटा में जल-संरक्षण और भू-जल स्तर बढ़ाने के लिए लोग काम कर रहे है। उन्होंने तालाब गहरीकरण में सहयोग किया।
ग्राम के मिलनमुड़ा तालाब में लोगों के निस्तारी के लिए बारहमासी पानी रहता था, किंतु गत वर्ष भारी बारिश से तालाब का मेढ़ फूट जाने से पानी बह गया और तालाब पूरी तरह सूख गया। बरसात के पानी को सहेजने के लिए बीते माह जनपद पंचायत द्वारा मनरेगा के तहत तालाब का गहरीकरण कराया गया, लेकिन पर्याप्त बजट नही मिलने के कारण गहरीकरण का काम अपेक्षाकृत नही हुआ। ऐसे में गांव के लोगो को निस्तारी कार्य के लिए पानी की समस्या से जूझना न पड़े, साथ ही बरसाती पानी को संरक्षित किया जा सके, इसके लिए गांव के सरपंच दिलाराम नेताम ने ग्राम के लोगों के साथ बैठक की व तालाब के अपेक्षित गहरीकरण, विस्तार एवं पार बांधने के संबंध पर चर्चा करते हुए मदद मांगी। सामुदायिक प्रयास से जल संरक्षण और ग्रामीण विकास के इस महत्त्वपूर्ण कदम को लेकर ग्रामीणों ने कहा कि बरसाती पानी बहकर तालाब में इक_ा होता था, जो सालभर लोगों के निस्तारी काम आता था, पर पिछले साल हुए भारी बारिश से तालाब का मेढ़ फूट जाने से पूरा पानी बह गया और तालाब सूखा हो गया। रोजगार गारंटी योजना के तहत बीते माह तालाब का गहरीकरण कार्य तो हुआ पर उससे बारहमासी पानी का लाभ मिलना संभव नही लग रहा था, इसलिए श्रमदान कर तालाब का और गहरीकरण व उसके मेढ़ भराई के साथ ऊंचा करने का काम किया जा रहा है। लोगों को विश्वास है कि तालाब के गहरे हो जाने से बरसात का पानी भरपूर रुकेगा और पानी रुकने से जलस्तर बढेगा। इससे ग्रामीणों को आने वाले बरसात तक निस्तारी के लिए तथा किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध होगा।