
जांजगीर-चांपा। जिले के नैला नगर पालिका क्षेत्र में पेयजल संकट गहराता जा रहा है। आठ साल पहले राज्य सरकार ने 36 करोड़ रुपए की जल योजना स्वीकृत की थी। लेकिन आज भी लोगों को पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसना पड़ रहा है।
नगर के 25 वार्डों में पानी की गंभीर समस्या है। कई वार्डों में टैंकर से पानी की आपूर्ति की जा रही है। भूजल स्तर लगातार गिर रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए दो बार करोड़ों रुपए खर्च किए गए। चांपा के हसदेव नदी से इंटेक वेल बनाकर जांजगीर तक पानी लाने का प्रयास किया गया।ठेकेदार और नगर पालिका अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप है। 36 करोड़ की योजना 70 प्रतिशत काम के बाद ही बंद हो गई। ठेकेदार को अधिकांश राशि का भुगतान कर दिया गया। काम बंद करने पर ठेकेदार कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। अब नगर पालिका अधूरी योजना को पूरा करने के लिए फिर से सरकार से राशि मांग रही है।
कांग्रेस विधायक ब्यास कश्यप ने इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया। उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ है।