
विश्व पर्यावरण दिवस पर दिखाए गए सरोकार
कोरबा। साल दर साल तापमान में हो रही बढ़ोत्तरी के कारण वैश्विक स्तर पर ग्लोबल वार्मिंग की खतरे उत्पन्न हुए हैं। इससे जन और जीवन दोनों संकट में है। विशेषज्ञों ने अध्ययन के बाद निष्कर्ष दिया कि ज्यादा घनत्व में पेड़ों को लगाने से ही कुछ हद तक सहायता मिल सकती है। इसलिए आज विश्व पर्यावरण दिवस पर कोरबा नगर और आसपास में पौधारोपण में लोगों ने हिस्सा लिया। अलग-अलग रूप में इस काम को आगे भी किया जाना है।
विभिन्न विभागों और संगठनों ने पौधारोपण को एक वृहद अभियान के रूप में हाथ में लिया। प्रधानमंत्री के आह्वान पर एक पेड़ मां के नाम लगाए गए। इसकी सुरक्षा का संकल्प लेने के साथ जवाबदेही तय की गई कि हर हाल में अपनी ओर से लगाए गए पौधों को जीवित रखने की कोशिश की जाएगी। पौधारोपण की कड़ी में मुख्य रूप से छायादार, फलदार और व्यवसायिक प्रयोजन वाले पौधों को शामिल किया गया। कोरबा के रिहायशी क्षेत्रों के साथ-साथ मुख्य मार्गों के आसपास खाली जमीन एवं जलाशयों के किनारे के हिस्से को अभियान के लिए चिन्हित किया गया। इससे पहले वन विभाग ने वन मोहत्सव के अंतर्गत कोरबा एवं कटघोरा वनमंडल में औपचारिक आयोजन कर लोगों को जोड़ा। विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगिताएं रखी गई। जागरूकता पैदा करने इसका एक अहम मुद्दे से था। वन विभाग ने इस सीजन में 210 हेक्टेयर से ज्यादा हिस्से में 2 लाख 22 हजार 213 पौधे लगाने निश्चित किया है।
साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड दीपका क्षेत्र की ओर से प्रगति नगर बाल उद्यान परिसर में शॉपिंग काम्पलेक्स के व्यवसायियों ने पौधे लगाए। इस अवसर पर नपा पार्षद अरुणीश तिवारी, सुशील तिवारी, हरिशंकर श्रीवास, लाला साहू, गजेंद्र राठौर, सुमित श्राफ, मदन लाल अग्रवाल, सत्य प्रकाश चंद्रा, मुकेश खेमका, सतीश पटेल, सुखनंदन निर्मलकर समेत अनेक व्यावसायिक उपस्थित थे।