कोरबा। एनएच 130 के मुनगाडीह में आज सुबह स्थानीय प्रभावितों ने जाम लगा दिया। उनका आरोप है कि मुआवजा मसला अब तक नहीं सुलझ सका है। उन्होंने यहां पर नारेबाजी की। जाम के चक्कर में दोनों दिशाओं में आवाजाही बाधित हो गई। बाद में पुलिस और प्रशासन के लोग यहां पहुंचे। समाधान का विकल्प दिए जाने के भरोसे पर लोगों ने प्रदर्शन समाप्त किया।
बताया गया कि मुनगाडीह के कई लोगों की जमीन नेशनल हाइवे के निर्माण के लिए पिछले वर्षों में अर्जित की गई। इसके बाद यहां हाइवे तैयार हो गया और आवाजाही भी शुरू हो गई। तब से अब तक लाखों गाडिय़ां और लोग इस रास्ते से पार हो चुके हैं। टोल प्लाजा से शुल्क की प्राप्ति भी जारी है। इसके बावजूद स्थानीय लोगों के मुआवजे की समस्या जस की तस कायम है। लोगों का आरोप है कि उनकी सिंचित जमीन एनएच में अर्जित की गई है लेकिन असिंचित का मुआवजा बना दिया गया। इस वजह से उन्हें उतनी राशि नहीं मिली जो वास्तविक रूप से मिलना था। लोगों ने कहा कि उन्होंने कई मौके पर नेशनल हाइवे के साथ-साथ प्रशासन से इस मामले में शिकायत की किंतु उचित कार्यवाही नहीं की गई। आश्वासन से तंग आकर अब उन्हें सडक़ पर उतरना पड़ा है। एनएच पर चक्काजाम होने से छोटे-बड़े वाहनों के साथ-साथ एंबुलेंस और दूसरी गाडिय़ां फंस गई। संकट में फंसे लोगों ने इसकी शिकायत की। जिसके बाद स्थानीय पुलिस और प्रशासन की टीम यहां पहुंची। उन्होंने लोगों से बात की। कहा गया कि उनकी समस्या को हल करने के लिए सही प्लेटफार्म पर बात की जाएगी। आश्वासन मिलने पर लोगों ने प्रदर्शन समाप्त किया तब कहीं जाकर हाइवे पर आवाजाही बहाल हुई और फंसे हुए लोगों को राहत मिली।
जांच की मांग की है लोगों ने
मुनगाडीह की जिस जमीन को लेकर मसला बना हुआ है, उसकी पीटिशन कमिश्नर बिलासपुर के कोर्ट में विचाराधीन है। संबंधितों ने इस बारे में अवगत कराया है। इसके साथ वे यह भी चाहते हैं कि जल संसाधन विभाग के माध्यम से भी इस विषय पर जांच कराई जाए। उन्हें इस मामले में अगली कार्यवाही करने आश्वस्त किया गया है।
– सूर्यप्रकाश केशकर, तहसीलदार पाली