
वॉशिंगटन, १९ जून।
पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मिलने के लिए वाशिंगटन डीसी स्थित व्हाइट हाउस पहुंचे। मुनीर को इस तरह का निमंत्रण किसी कार्यरत पाकिस्तानी सेना प्रमुख के प्रति अप्रत्याशित कदम के रूप में देखा जा रहा है।अयूब खान, जिया उल-हक और परवेज मुशर्रफ सहित पाकिस्तानी सेना प्रमुखों को इस तरह के निमंत्रण मिलने के उदाहरण हैं, लेकिन वे राष्ट्रपति के पद पर भी कार्यरत थे। इस्लामाबाद में अधिकारियों द्वारा मुनीर को व्हाइट हाउस के निमंत्रण को बड़ी कूटनीतिक जीत के रूप में पेश किया जा रहा है।पिछले महीने मुनीर को 1959 में अयूब खान के बाद पहली बार फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया था। मुनीर ने सोमवार को पाकिस्तानी-अमेरिकी समुदाय को भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि भारत क्षेत्रीय आधिपत्य थोपने का प्रयास कर रहा है।
भारत पर अंतरराष्ट्रीय सीमाओं का उल्लंघन करने की नई सामान्य स्थिति स्थापित करने का प्रयास करने का भी आरोप लगाया। इस दौरान मुनीर ने इजरायल के साथ युद्ध में ईरान के लिए पाकिस्तान के स्पष्ट और मजबूत समर्थन की घोषणा की। साथ ही संघर्ष को कम करने के लिए अमेरिका के प्रयासों का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि यह युद्ध तुरंत समाप्त हो। वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी से जुड़े प्रदर्शनकारियों ने उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया और लोकतांत्रिक सुधारों और जेल में बंद अपने नेताओं की रिहाई की मांग की।यह भी एअर डिफेंस सिस्टम की भारी कमी, क्या युद्ध के मैदान में उतरेगा अमेरिका इस दौरान मुनीर ने इजरायल के साथ युद्ध में ईरान के लिए पाकिस्तान के स्पष्ट और मजबूत समर्थन की घोषणा की। साथ ही संघर्ष को कम करने के लिए अमेरिका के प्रयासों का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि यह युद्ध तुरंत समाप्त हो। वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी से जुड़े प्रदर्शनकारियों ने उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया और लोकतांत्रिक सुधारों और जेल में बंद अपने नेताओं की रिहाई की मांग की।