
कोरबा – पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व.राजीव गांधी की 34 वीं पुण्यतिथि पर जिला कांग्रेस कमेटी कोरबा द्वारा प्रियदर्शिनी इंदिरा स्टेडियम टीपी नगर कोरबा में पुण्यतिथि कार्यक्रम आयोजित किया गया।
पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने रायपुर प्रवास के दौरान रायपुर स्थित नेता प्रतिपक्ष डाॅ0 चरणदास महंत के निवास पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के तैल्यचित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। श्री अग्रवाल ने कहा कि राजीव गांधी के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। श्री गांधी, संचार क्रांति के जनक व आधुनिक भारत के स्वप्नद्रष्टा थे, मैं उन्हें नमन करता हूं।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष नत्थूलाल यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राजीव जी एक दूरदर्शी नेता थे जिन्होंने अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल में भारत को अनेक उपहार दिए। राजीव गांधी के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। पूर्व महापौर राजकिशोर प्रसाद ने स्व. राजीव गांधी को याद करते हुए बताया कि राजीव गांधी ने 1984 से 1989 तक देश की सेवा की और राष्ट्रीय शिक्षा नीति की घोषणा की। वर्ष 1986 में जवाहर नवोदय विद्यालय की स्थापना की जिसमें ग्रामीण भारत में कक्षा 6वीं से कक्षा 12वीं तक निःशुल्क आवासीय शिक्षा प्रदान किया जाता है। वर्ष 1986 में एम.टी.एन.एल. की स्थापना की गई जिसमें पी.सी.ओ. की मदद से भारत को टेलीफोन नेटवर्क से जोड़ा गया।
कोरबा नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष कृपाराम साहू ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी को श्रद्धांजली देते हुए कहा कि 21 मई 1991 को राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी जब वे श्रीपेरुमबुदुर लोकसभा के कांग्रेस उम्मीदवार के लिए प्रचार कर रहे थे तभी रात 10 बजे एक महिला उन्हें अभिवादन किया और पैर छूने के लिए झुकी और अपनी ड्रेस के नीचे रखी आर.डी.एक्स. विस्फोटक से विस्फोट कर दिया। इस विस्फोट में राजीव गांधी के साथ ही 25 अन्य लोग शहीद हुए। प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारिणी सदस्य सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल ने राजीव गांधी को याद करते हुए कहा कि राजीव जी एक स्वप्नद्रष्टा तथा आदर्शवादी व्यक्ति थे जो संसार में भारत की एक अलग छवि बनाने के पक्षधर थे लेकिन विरोधियों के द्वारा उनका नाम बोफोर्स घोटाले में घसीटा गया तब राजीव जी ने कहा था कि मंै निर्दोष हूं। एक दिन सत्य की विजय होगी और मैं बेकसूर सिद्ध होऊंगा। उनके निधन के पश्चात वे बेकसूर सिद्ध हुए। श्री जायसवाल ने आगे कहा कि जिस बोफोर्स काण्ड में राजीव गांधी का नाम जोड़ा गया था वही बोफोर्स से हमने कारगिल युद्ध पर फतह हासिल किया और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया। इस अवसर पर ब्लाॅक अध्यक्ष संतोष राठौर, राजेन्द्र तिवारी, बसंत चन्द्रा, पार्षद मुकेश राठौर, डाॅ. रामगोपाल कुर्रे, रवि चंदेल, सुखसागर निर्मलकर, अविनाश बंजारे, रामगोपाल यादव, देव जायसवाल, लक्ष्मी देवांगन, ए.डी.जोशी, कुंजबिहारी साहू, समारू बरेठ, मुस्लिम खान, समसुद्दीन, सरफुद्दीन आलम, असमत अली, विक्रम सिंह, लक्ष्मीनारायण विश्वकर्मा, पतंग कुमार केवट, गोपाल यादव आदि ने भी राजीव जी के जीवनी पर प्रकाश डाला और उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।