
जांजगीर-चांपा। नए शिक्षा सत्र को शुरू होने में अब महज चार दिन शेष है। इधर 100 से ज्यादा स्कूल भवनों की हालात खस्ताहाल हो चुकी देत आवश्यकता है लेकिन गर्मी की पूरी छुट्टी निकल गई, इन शाला भवनों का मरम्मत नहीं हो सका। इधर बताया जा रहा है कि अब जाकर मरम्मत के लिए शिक्षा विभाग को राशि शासन से जारी हुई है लेकिन अब चार दिनों में मरम्मत का कार्य होने से तो रहा। कुल मिलाकर फिर से नए शिक्षा सत्र की शुरूआत जर्जर शालाओं से ही होगी। उल्लेखनीय है कि जिले में करीब 100 से ज्यादा स्कूल भवनों की हालात खराब है। बीईओ स्तर से मरम्मत योग्य लायक स्कूल भवनों की जानकारी मंगाई गई थी। इनमें सौ से ज्यादा स्कूलों में मरम्मत की आवश्यकता की बात सामने आई थी। इसमें हाई व हायर
बच्चों की जान रहेगी आफत में
शिक्षा सत्र की शुरुआत बारिश के दौरान होगी। 16 जून से स्कूलों में चहल पहल शुरू हो जाएगी। शाला प्रवेशोत्सव मनाया जाएगा। लेकिन जिन स्कूल भवनों की हालात ठीक नहीं है वहां फिर से इस बार बच्चों की जान आफत में छज्जा घटनाएं रहेगी। बारिश के दौरान छत टकराने आता गिरने समेत कई तरह की जिसमें छात्र-छात्राएं घायल भी हो चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद समय पर मरम्मत का कार्य इस साल भी नहीं हो सका। यही राशि अब अब समय में मिल जाती तो शायद आधे से ज्यादा स्कूल भवनों की मरम्मत हो चुकी होती।
सेकंडरी से लेकर मिडिल और प्रायमरी स्कूल भवन शामिल हैं। इस आधार पर शासन को प्रपोजल बनाकर एक-डेढ़ माह पूर्व भेजा गया था लेकिन मंजूरी अभी हाल में ही
मिली है। जिला शिक्षा विभाग को करीब 95 लाख रुपए की राशि शाला भवनों की मरम्मत के लिए जारी हुई है। लेकिन नया सत्र शुरू होने से अब महज चंद दिन ही शेष है। जाहिर है।कि चार दिनों में मरम्मत कार्य होना तो दूर कागजी प्रक्रिया में ही एक माह का समय लग जाएगा। कुल मिलाकर जर्जर शाला भवनों के बीच ही नए शिक्षा सत्र का शुभारंभ होगा।
80 से 1.20 लाख रुपए तक कर सकेंगे खर्च
शाला भवनों के मरम्मत के लिए हाई/हायर और मिडिल और प्रायमरी स्कूलवाइस राशि जारी हुई है। इनमें प्रायमरी शाला भवनों के लिए 60 लाख रुपए, मिडिल के लिए 46 लाख रुपए और हाई व हायर सेकेंडरी के लिए 18 लाख रुपए जारी हुए है।
मरम्मत कार्य कराने के लिए प्रायमरी और मिडिल स्तर पर अधिकतम 80 हजार रुपए और हाई और हायर सेकेंडरी के लिए 1.20 लाख रुपए ही खर्च करने का प्रावधान रखा गया है। यानी इतनी राशि के अंदर ही भवनों की मरम्मत कार्य कराना होगा।
जल्द से जल्द स्कूल भवनों की मरम्मत कार्य कराने प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी। जहां भवन जर्जर हो चुके हैं वहां कक्षाएं नहीं लगाने सभी को निर्देशित किया जा चुका है। नए शिक्षा सत्र को लेकर तैयारियां की जा रही हैं।
अश्वनी भारद्वाज, डीईओ