नईदिल्ली, १७ जून।
ईरान की राजधानी तेहरान में सोमवार शाम इजरायल ने बड़ा हवाई हमला किया, जिसमें ईरान के सरकारी टीवी चैनल ढ्ढक्रढ्ढक्च का मुख्य भवन निशाना बना। विस्फोट के बाद टीवी प्रसारण बीच में ही बंद हो गया। इमारत में आग लग गई और धुएं का गुबार फैल गया। हमले के समय ढ्ढक्रढ्ढक्च के वरिष्ठ संवाददाता यूनेस शादलू मौके पर मौजूद थे। उन्होंने खून से सने हाथों के साथ बताया, मैं पहले मंजि़ल पर था जब बम गिरा। मुझे नहीं पता मेरे कितने साथियों की मौत हुई या कितने घायल हैं। उन्होंने कहा, हमें जाने को कहा गया, लेकिन हम डरे नहीं हैं और हम यहां से नहीं जाएंगे। सोशल मीडिया पर एक और वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक महिला एंकर लाइव प्रसारण कर रही थी कि तभी जोरदार धमाका हुआ। स्क्रीन पर कंपन हुआ और एंकर कैमरे से हट गई। इजरायल ने इससे पहले तेहरान के मध्य इलाकों में रहने वाले लाखों लोगों को इलाका खाली करने की चेतावनी दी थी। यह हमला ईरान और इजरायल के बीच जारी युद्ध के चौथे दिन हुआ है।ईरान ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अपील की है कि वे इस लड़ाई को रुकवाने के लिए हस्तक्षेप करें। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरकची ने कहा, इजरायल को अपनी आक्रामकता रोकनी चाहिए। अगर युद्ध नहीं रुका तो हमारा जवाब भी जारी रहेगा। अरकची ने कहा कि अगर अमेरिका से सिर्फ एक फोन कॉल आ जाए, तो नेतन्याहू जैसे व्यक्ति को शांत किया जा सकता है। यह दोबारा कूटनीति की राह खोल सकता है। इधर, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एअरबेस पर सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि हम दो अहम लक्ष्यों को हासिल करने के करीब हैं – ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म करना और उसकी मिसाइल क्षमताओं को नष्ट करना।
एक इंटरव्यू में नेतन्याहू ने कहा कि अगर ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला अली खामेनेई की हत्या कर दी जाए तो यह संघर्ष खत्म हो जाएगा, बढ़ेगा नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने इस योजना को वीटो कर दिया था, क्योंकि इससे तनाव और बढऩे की आशंका थी।इजरायली सेना के मुताबिक, उसने ईरान के 120 से अधिक मिसाइल लॉन्चर नष्ट कर दिए हैं, जो कि ईरान की कुल ताकत का लगभग एक तिहाई हैं। इजरायली सेना ने दावा किया है कि तेहरान के आसमान पर पूरी तरह से नियंत्रण हासिल कर लिया गया है।ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई में करीब 100 मिसाइलें दागी हैं और आगे और कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। ईरान का कहना है कि शुक्रवार से उसके सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हमले किए जा रहे हैं, जिनका जवाब देने के लिए वह पूरी तरह तैयार है।