
नई दिल्ली। डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि कुछ हवाई क्षेत्रों और डंपों पर हवा से बार-बार हमले हुए। सभी को विफल कर दिया गया। बताया गया है कि 7 से 10 मई के बीच नियंत्रण रेखा पर तोपखाने और छोटे हथियारों से गोलीबारी में पाकिस्तानी सेना के लगभग 35 से 40 जवान मारे गए हैं। एयरमार्शल भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेस में फिर स्पष्ट किया किया कि हमारी लड़ाई पाकिस्तानी सेना या किसी और से नहीं है। हमारी लड़ाई सिर्फ और सिर्फ आतंकवादियों से है। हमने सिर्फ आतंकवादियों को ही निशाना बनाया। लेकिन पाकिस्तान ने ड्रोन और यूएवी से अटैक किया। इसके बाद हमारे पास उनको जवाब देने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था।