कोरबा। कुछ समय पहले तक कई प्रकार की घटनाओं को लेकर युवतियां और महिलाएं बहुत कुछ सोच कर आक्रामक नहीं होती थी और ना ही थाना चौकी जाने की हिम्मत करती थी। वक्त के साथ उनमें न केवल साहस आया है बल्कि वे अपराधिक तत्वों को सबक सिखाने के मामले में आगे आ रही हैं। सामाजिक कार्यकर्ता मीनाक्षी सोनी ने कहा है कि औद्योगिक नगर कोरबा में हाल की कुछ घटनाओं में इस प्रकार का प्रदर्शन महिला वर्ग की ओर से हुआ है। कोरबा क्षेत्र में लगातार कुछ ऐसे मामले प्रकाश में आए हैं जिसमें छींटाकशी और आपत्तिजनक हरकत करने की हिम्मत विकृत मानसिकता वाले व्यक्तियों ने दिखाई। ये अच्छी बात है कि पीडि़त पक्ष ऐसे मामलों को हल्के से लेने के बजाय न केवल विरोध कर रहा बल्कि कार्रवाई तक पहुंच रहा है। ऐसे मामलों में आखिरकार पुलिस के द्वारा कार्रवाई भी सुनिश्चित की गई। उन्होंने बताया कि अब छपरियों से डरने के बजाय उनका डटकर मुकाबला होगा और उन्हें मौके पर ही सबक सिखाया जाएगा। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए यही एक विकल्प है। उनका कहना है कि महिला सशक्तिकरण की स्थिति को मजबूत करने के लिए ऐसे उदाहरण मिसाल बन सकते हैं।