
रायपुर। राजधानी रायपुर में सामने आए किशोर पैकरा हत्याकांड ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। एक अज्ञात शव के मिलने के बाद शुरू हुई जांच ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। यह मामला न सिर्फ सुनियोजित हत्या का है, बल्कि इसमें रिश्ते, कानून और लालच के बेहद खौफनाक पहलू भी सामने आए हैं।
सोमवार की दोपहर रायपुर की इंद्रप्रस्थ कॉलोनी के सुनसान इलाके में एक स्टील की संदिग्ध पेटी मिली, जिससे तेज दुर्गंध आ रही थी। स्थानीय लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब पेटी को खुलवाया, तो उसमें एक लाल रंग का सूटकेस मिला, जिसमें एक सड़ी-गली लाश ठूंसी हुई थी। शव को सीमेंट से ढंका गया था ताकि दुर्गंध बाहर न फैले। मृतक की उम्र करीब 60 साल आंकी गई।
पुलिस जांच में मृतक की पहचान किशोर पैकरा निवासी एचएमटी चौक, हांडीपारा के रूप में हुई। वह व्हीलचेयर पर चलने वाला एक दिव्यांग व्यक्ति था। जांच में पता चला कि वह मोहदी गांव की करोड़ों की जमीन का मालिक था और उसी जमीन को लेकर उसका विवाद चल रहा था।
इस हत्याकांड की तह तक पहुंचने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम ने इलाके के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। एक वीडियो में देखा गया कि एक संदिग्ध व्यक्ति एक बड़ी पेटी को ऑल्टो कार (CG 04 B 7700) की डिग्गी में रखते हुए दिखाई दे रहा है। कार की डिग्गी पूरी तरह से बंद नहीं हो पा रही थी क्योंकि उसमें बड़ी स्टील पेटी थी। पेटी पर ‘हब्बू भाई’ लिखा होने के आधार पर पुलिस गोलबाजार स्थित शब्बीर स्टील ट्रंक दुकान पहुंची, जहाँ दुकानदार ने पुष्टि की कि यह पेटी एक युवक और युवती ने कुछ दिन पहले सुबह-सुबह खरीदी थी। दुकानदार ने उनके हुलिए भी बताए। इन सुरागों के आधार पर जांच तेजी से आगे बढ़ी।
पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपियों की पहचान वकील अंकित उपाध्याय और उसकी पत्नी शिवानी शर्मा के रूप में की, जो पेशे से भी अधिवक्ता हैं और रायपुर में ही रहते थे। हत्या के बाद दोनों दिल्ली भाग गए थे। दिल्ली एयरपोर्ट पर CISF और दिल्ली पुलिस के सहयोग से रायपुर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद विस्तारा की फ्लाइट से उन्हें रायपुर लाया गया।
करोड़ों की जमीन बना हत्या की वजह
एसएसपी लाल उमेद सिंह ने बताया कि मृतक किशोर पैकरा की करोड़ों की जमीन का सौदा आरोपी अंकित उपाध्याय ने कराया था। जमीन की डील 50 लाख रुपये में तय हुई थी, लेकिन किशोर को सिर्फ 30 लाख रुपये दिए गए। जब किशोर ने बचे हुए 20 लाख में से 10 लाख रुपये की मांग की, तो दंपती ने उसकी हत्या की साजिश रच डाली। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पहले किशोर की गला रेतकर हत्या की गई, फिर उसके शव को लाल सूटकेस में भरकर सीमेंट से पैक किया गया। इसके बाद उसे स्टील ट्रंक में बंद कर सुनसान इलाके में फेंक दिया गया।