
तेहरान, २२ जून ।
ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष दिनों दिन भीषण होता जा रहा है। इस बीच इजराइल की सेना ने शनिवार को कहा कि वह लंबे युद्ध की संभावना के लिए तैयारी कर रही है, जबकि ईरान के विदेश मंत्री ने चेतावनी दी कि अमेरिकी सैन्य भागीदारी सभी के लिए बहुत, बहुत खतरनाक होगी। वहीं, खामेनेई ने अपने तीन उत्तराधिकारियों घोषणा कर दी है और खुद कीं बंकर में छिप गए हैं।वहीं, यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने कहा कि अगर ट्रंप प्रशासन इजराइल के सैन्य अभियान में शामिल होता है तो वे लाल सागर में अमेरिकी जहाजों पर हमले फिर से शुरू कर देंगे। हूतीयों ने मई में अमेरिका के साथ हुए समझौते के तहत इस तरह के हमलों को रोक दिया था।ईरानी स्वास्थ्य मंत्रालय के जनसंपर्क प्रमुख होसैन करमनपुर ने शनिवार को कहा कि पिछले नौ दिनों में ईरान पर इजरायली हमलों में 400 से अधिक ईरानी मारे गए हैं और 3,056 अन्य घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि घायलों में से 2,220 का इलाज किया गया और उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय के अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई, जबकि 232 को हमले के स्थान पर आउट पेशेंट देखभाल मिली। स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार, हताहतों में से अधिकांश नागरिक हैं, जिनमें इजरायली हमलों में मारे गए लोगों में 54 महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। जैसा कि संघर्ष जारी है, ईरानी रेड क्रिसेंट सोसाइटी ने दिन में पहले कहा कि इजरायली हमले के परिणामस्वरूप उसका एक बचाव हेलीकॉप्टर क्षतिग्रस्त हो गया। इजरायल ने 13 जून को ईरानी परमाणु और सैन्य स्थलों को निशाना बनाकर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए, जिसमें कई शीर्ष कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए। जवाब में, ईरान ने रात भर इजरायली क्षेत्र पर मिसाइल और ड्रोन हमले करके जवाबी कार्रवाई की। इस बीच,
इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने बयान में कहा कि उसने रात भर ईरान में तीन वरिष्ठ कमांडरों को मार गिराया।इससे पहले ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने कहा है कि उनका देश किसी भी सूरत में परमाणु कार्यक्रम नहीं रोकेगा। ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई के निकट सहयोगी अली शामखानी भी इजरायली हमले में घायल हुए हैं।ईरान ने सरकारी मीडिया ने कहा है कि 13 जून से जारी इजरायली हमलों में अभी तक कुल 430 ईरानी मारे गए और 3,500 घायल हुए हैं। मानवाधिकारों के लिए कार्य करने वाली अमेरिकी संस्था का दावा है कि ईरान में मृतकों की वास्तविक संख्या इससे ज्यादा है।ताजा हमले में ईरान ने मुख्य रूप से इजरायल के बंदरगाह शहर हाइफा को निशाना बनाया है।
इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक के इलाके पर मिसाइल और ड्रोन छोड़े। इजरायली डिफेंस सिस्टम ने तेल अवीव के निकट आकाश में ईरानी मिसाइलों को मार गिराया लेकिन बेत शेयान शहर में एक ईरानी ड्रोन के मकान पर गिरने की सूचना है जिससे उसमें रहने वाले लोग घायल हुए हैं।