तेल अवीव, २० जून ।
ईरान के मिसाइल हमले में बीरशेबा के सारोका अस्पताल को भारी नुकसान और तेल अवीव की कई आवासीय भवनों को क्षति पहुंचने के बाद इजरायल ने ईरानी नेता अली खामेनेई को निशाना बनाने की धमकी दी है। इन हमलों में 240 लोग घायल हुए हैं जिनमें से चार की हालत गंभीर है। मामूली रूप से घायल लोगों की संख्या इनके अतिरिक्त है। इन हमलों के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अस्पताल पर हमले के लिए खामेनेई को जिम्मेदार बताया और उनके खात्मे तक युद्ध जारी रखने का संकल्प जताया।यद्यपि चंद रोज पहले खामेनेई को मारने की इजरायली योजना पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रोक लगाए जाने की बात सामने आई थी। उसके बाद ट्रंप ने कहा था कि ईरानी नेता को अभी मारने की योजना नहीं है।ईरान ने जिस सारोका अस्पताल पर हमला किया है वह एक हजार से ज्यादा बेड वाला है और इजरायल के दक्षिण भाग के लगभग 10 लाख लोगों को चिकित्सा सेवा देता है। वहां करीब 200 लोग घायल हुए हैं।इस बीच इजरायल के लड़ाकू विमानों ने गुरुवार को ईरान के अराक स्थित परमाणु संयंत्र और उसके हैवी वाटर रिएक्टर को निशाना बनाया। यह रिएक्टर प्लूटोनियम बना रहा था जिसका कि परमाणु हथियार बनाने में उपयोग होता है। हमले के बाद संयंत्र से विकिरण फैलने की सूचना नहीं है। नातांज के निकट स्थित एक अन्य परिसर को भी निशाना बनाए जाने की सूचना है। दोनों ही हमले ईरान के परमाणु कार्यक्रम और हथियारों के निर्माण से जुड़े हुए थे। परमाणु संयंत्र पर हमले से पहले इजरायल ने आमजनों को इलाका छोड़ देने के लिए कहा था। युद्ध से जुड़ी सूचनाओं के सार्वजनिक होने पर रोक के बीच मानवाधिकारों के लिए कार्य करने वाली वाशिंगटन की संस्था ने बताया है कि इजरायल के हमलों से ईरान में अभी तक 639 लोग मारे गए और 1,300 से ज्यादा घायल हुए हैं। जबकि ईरानी हमलों से इजरायल में 24 लोग मारे गए हैं और करीब एक हजार घायल हैं। बताया गया है कि ईरान अब कई वारहेड लगी मिसाइलें दाग रहा है। एक ही मिसाइल में कई वारहेड वाली मिसाइलों को रोकने में इजरायली डिफेंस सिस्टम को कठिनाई हो रही है।इस बीच ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची जिनेवा पहुंच गए हैं, वहां पर शुक्रवार को वह यूरोपीय देशों के समकक्षों से मिलेंगे और कूटनीति के जरिये ईरान-इजरायल के टकराव को खत्म करने की वकालत करेंगे।