नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है और राज्य इस दिशा में आगे बढऩे के लिए पूरी तरह से तैयार है। सीआईआई एनुअल बिजनेस समिट 2025 में अपने संबोधन में नायडू ने आंध्र प्रदेश की तीव्र आर्थिक वृद्धि के लिए एक ब्लूप्रिंट पेश किया, जिसमें 22 वर्षों में 15 प्रतिशत वार्षिक लक्ष्य रखा गया है, ताकि भारत को विकसित देश का दर्जा प्राप्त करने में सहायता मिल सके। इस विजन का मुख्य उद्देश्य राज्य को नेक्स्ट जनरेशन टेक्नोलॉजी, ग्रीन एनर्जी, लॉजिस्टिक्स और मैन्युफैक्चरिंग हब में बदलना है। उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश वैश्विक मानकों के अनुरूप लॉजिस्टिक्स लागत को जीडीपी के 14 प्रतिशत से घटाकर 8 प्रतिशत करने के लिए बंदरगाहों, हवाई अड्डों, रेलवे और अंतर्देशीय जलमार्गों को इंटीग्रेट कर रहा है। नायडू ने व्यापार करने की गति को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने यह बताया कि राज्य ने पिछले साल ही 5 लाख करोड़ रुपए का निवेश आकर्षित किया है, जिससे 4.5 लाख नौकरियां पैदा हुई हैं। उन्होंने उद्योग जगत के नेताओं से राज्य में निवेश करने और इसकी डेवलपमेंट स्टोरी में भागीदार बनने का आग्रह किया। नायडू ने बताया कि उनका हमेशा से मानना ??रहा है कि ऐसे इकोसिस्टम का निर्माण करना चाहिए जो न केवल निवेश को आकर्षित करें बल्कि दूरदृष्टि को भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि उनका मिशन न केवल इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण करना है, बल्कि नेतृत्व का निर्माण करना है। उन्होंने बताया कि वे ऐसे नेतृत्व का निर्माण करना चाहते हैं, जहां लोग नौकरी लेने वाले नहीं, देने वाले हों। इसके लिए अमरावती में वैश्विक दूरदर्शी लोगों की अगली पीढ़ी तैयार करने के लिए एक ग्लोबल लीडरशिप सेंटर स्थापित किया जा रहा है।