
इंफाल। मणिपुर में मैतेयी संगठन अरामबाई तेंगोल के नेता और अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद हिंसक विरोध प्रदर्शनों के कारण रविवार को स्थिति तनावपूर्ण रही। प्रशासन ने एहतियाती उपाय के तौर पर इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल, बिष्णुपुर और काकचिंग जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।इन क्षेत्रों में इंटरनेट और मोबाइल डाटा सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। बताया जा रहा है कि अरामबाई तेंगोल के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।इस बीच सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि मणिपुर हिंसा से संबंधित विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में कथित संलिप्तता के लिए अरामबाई तेंगोल के सदस्य कनन सिंह को इंफाल एयरपोर्ट से किया गिरफ्तार किया। उसे गुवाहाटी ले जाया गया है, जहां उसे पुलिस रिमांड के लिए अदालत में पेश किया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार, सीबीआई मणिपुर हिंसा से संबंधित मामलों की जांच कर रही है। सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा कि मणिपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति को ध्यान में रखते हुए मणिपुर हिंसा के मामलों की सुनवाई मणिपुर से गुवाहाटी स्थानांतरित कर दी गई है। सीबीआई ने स्पष्ट किया है कि कनन को रविवार को गिरफ्तार किया गया। अन्य चार सदस्यों के बारे में जानकारी नहीं दी गई है।अरामबाई तेंगोल के सदस्यों ने गिरफ्तारी के विरोध में खुद के ऊपर पेट्रोल डालकर सांकेतिक विरोध किया। शनिवार को अरामबाई तेंगोल के एक नेता की गिरफ्तारी की खबर फैलने के बाद प्रदर्शनकारियों ने नेता की रिहाई की मांग करते हुए क्वाकीतेल और उरिपोक में सडक़ के बीच में टायर जलाया था। इंफाल में विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा बलों के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़पें हुईं।भीड़ ने इंफाल पूर्व जिले के खुराई लमलोंग में बस में आग लगा दी। क्वाकीतेल में गोलियों की आवाज सुनाई दी। यह स्पष्ट नहीं हो सका कि गोली किसने चलाई। प्रदर्शनकारियों ने इंफाल एयरपोर्ट के गेट पर भी घेराव किया। पुलिस अधिकारी ने बताया, प्रदर्शनकारियों और पुलिस कर्मियों की झड़प में तीन लोग घायल हो गए हैं।सुरक्षा बलों ने राजभवन से लगभग 200 मीटर दूर कंगला गेट के सामने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए कई राउंड आंसू गैस के गोले दागे। राज भवन की ओर जाने वाले रास्तों पर केंद्रीय बलों की अतिरिक्त तैनाती की गई है। इंफाल पश्चिम के जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि इंफाल पश्चिम के पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्र में दंगा तथा असामाजिक तत्वों की गैरकानूनी गतिविधियों के कारण गंभीर खतरे की सूचना दी है।जिला प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत पांच या अधिक लोगों के एकत्र होने तथा लाठी, पत्थर या धारदार हथियार लेकर चलने पर प्रतिबंध लगा दिया है। थौबल और काकचिंग जिलों में भी इसी तरह के उपाय किए गए हैं। इंफाल पूर्व और बिष्णुपुर जिलों में अगले आदेश तक लोगों के शनिवार रात 10 बजे से अपने घरों से बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।घाटी के पांच जिलों में शनिवार रात 11.45 बजे से पांच दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गई हैं। गृह सचिव एन. अशोक कुमार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों में मौजूदा कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए आशंका है कि असामाजिक तत्व जनता की भावनाओं को भडक़ाने वाली तस्वीरें, घृणास्पद भाषण और घृणास्पद वीडियो संदेशों के प्रसारण के लिए इंटरनेट मीडिया का बड़े पैमाने पर उपयोग कर सकते हैं।राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मणिपुर में सुरक्षा बलों पर हुए हमले से संबंधित मामले में तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों उग्रवादियों ने अपने सहयोगियों के साथ पिछले साल तेंग्नौपाल जिले के मोरेह में भारतीय रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के पोस्ट और सुरक्षा बलों पर हमले की साजिश रचकर उसे अंजाम दिया।हमले में दो पुलिस कमांडो बलिदान हुए थे जबकि कई अन्य घायल हुए थे। गिरफ्तार उग्रवादियों में थांगमिनलेन माते शामिल है, जो उग्रवादी समूहकुकी इनपी तेंग्नौपाल (केआइटी) का सदस्य है। उसने हमले की साजिश रचकर उसे अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई। उसे 19 मई को सिलचर से गिरफ्तार किया गया। इस समय वह गुवाहाटी केंद्रीय जेल में न्यायिक हिरासत में है।दो अन्य उग्रवादियों कमगिनथांग गंगते और हेंटिनथांग किपगेन उर्फ थांगनेओ किपगेन को छह जून को इंफाल से गिरफ्तार किया गया। गंगते कुकी नेशनल आर्मी का सदस्य है, वहीं किपगेन चूड़चंदपुर जिले में ग्राम्य स्वयंसेवकों के समूह से जुड़ा है। दोनों को एनआइए विशेष अदालत ने गुवाहाटी भेजने के लिए नौ जून तक ट्रांजिट रिमांड दिया है।