
कोरबा। यातायात नियमों का परिपालन किया जाए, सभी चालक से यह अपेक्षा की जा रही है। इसके बावजूद अलग-अलग तरह से नियम तोडऩे के मामले सामने आ रहे हैं। इस वर्ष जनवरी से अब तक 728 मामलों में चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने की अनुशंसा ट्रैफिक पुलिस ने परिवहन विभाग से की है। 716 चालकों को नशे की स्थिति में पाया गया।
वाहनों को चलाने के दौरान चालक सामान्य स्थिति में रहे, यह इसलिए जरूरी हो जाता है ताकि किसी प्रकार की अनहोनी न हो और लोगों की जान सलामत रहे। सबकुछ जानने के बावजूद सामान्य से लेकर जोखिम भरे वाहनों के चालक कई मौकों पर उपेक्षात्मक रवैया दिखाते हैं। शराब के नशे में गाड़ी चलाने से जो नुकसान होता है उसकी भरपाई की जानी मुश्किल हो जाती है। खबर के अनुसार कोरबा में ट्रैफिक पुलिस ने हादसों की रोकथाम को लेकर अभियान को हाथ में लिया। जनवरी 2025 से अब तक 728 वाहन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने की अनुशंसा की गई। जबकि 716 मामलों में ड्रंक एंड ड्राइव पर कार्रवाई की गई। पुलिस ने अलग-अलग चेक प्वाइंट पर 1802 ओवर स्पीडिंग के मामले पकड़े और उनका चालान किया। बताया गया कि जिले में सडक़ से जुड़ी खामियों को दूर करने के लिए 21 ब्लैक और 4 ग्रे स्पॉट की पहचान करते हुए आवश्यक सुधार किया गया। स्टेट और नेशनल हाइवे पर अंधे मोड़ की उपस्थिति में आगे की तस्वीर स्पष्ट नजर नहीं आने पर आसपास की झाडिय़ां साफ की गई। शहरी क्षेत्र के साथ-साथ कई इलाकों में गति नियंत्रण को लेकर स्पीड ब्रेकर बनाए गए और स्ट्रीट लाइट भी लगाई गई। चालकों को संभावित अनहोनी से बचाने की दृष्टि से ही रेडियम पट्टी के साथ कान्वेक्स मिरर भी लगाए गए। पुलिस के मुताबिक सडक़ हादसों में होने वाली घटनाओं के दौरान पीडि़तों को सीपीआर और फस्टएड की जानकारी देने के लिए काम किया गया। 107 ऐसे राहगीर चुने गए हैं। स्कूल से लेकर कॉलेज में यातायात जागरूकता पर कार्यक्रम भी किया गया।
12 फीसदी कम हुए हादसे
वर्ष 2024 की तुलना में इस वर्ष जनवरी से मई तक सडक़ हादसों में 12 फीसदी की कमी दर्ज हुई है। पिछले वर्ष 202 लोग की मृत्यु हुई थी जो इसी आलोच्य अवधि में 177 रही है। माना जा रहा है कि सडक़ सुरक्षा के लिए यह एक सकारात्मक संकेत है।
– रविंद्र मीणा, ट्रैफिक प्रभारी कोरबा