
अपनी स्किन की केयर करने के लिए हम सभी कई तरह के इंग्रीडिएंट्स का इस्तेमाल करते हैं। इन्हीं में से एक है मुल्तानी मिट्टी। खासतौर से, ऑयली स्किन के लिए मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल करना काफी अच्छा माना जाता है। इससे ना केवल चेहरे को ताजगी मिलती है, बल्कि एक चमक भी आती है। अक्सर अपनी स्किन को ठंडक देने और उसे पैम्पर करने के लिए हम मुल्तानी मिट्टी को अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल करते हैं।
इस बात में कोई दोराय नहीं है कि मुल्तानी मिट्टी आपकी स्किन के लिए बहुत अधिक फायदेमंद है। लेकिन इसे सही तरह से इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है। अगर आप इसे गलत तरीके से अपनी स्किन पर अप्लाई करती हैं, तो ये चेहरे को निखारने के बजाय और ज़्यादा रूखा-सूखा और बेजान बना सकती है। जी हां, मुल्तानी मिट्टी भले ही नेचुरल हो, लेकिन इसे लगाने का भी एक सही तरीका होता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको मुल्तानी मिट्टी को चेहरे पर लगाते समय की जाने वाली कुछ छोटी-छोटी गलतियों के बारे में बता रहे हैं, जिनसे आपको वास्तव में बचना चाहिए-
मास्क को बहुत देर तक लगाए रखना
मुल्तानी मिट्टी के मास्क को बहुत देर तक स्किन पर लगाकर छोडऩे की गलती नहीं करनी चाहिए। दरअसल, जब मिट्टी पूरी तरह सूख जाती है, तो वो त्वचा की सारी नमी खींच लेती है। ध्यान रखें कि जैसे ही मिट्टी हल्की सूखी दिखे, तो उसे धो लो। मास्क के लिए 10-15 मिनट काफी होते हैं।
बिना टेस्ट किए लगाना
हर किसी की त्वचा अलग होती है। किसी को एलर्जी भी हो सकती है। इसलिए पहली बार में ही मुल्तानी मिट्टी को पूरे चेहरे पर लगाने से बचना चाहिए। हमेशा पहले थोड़ा सा पेस्ट हाथ या कान के पीछे लगाकर देखो। अगर आपको किसी तरह की जलन या रेडनेस का अहसास हो रहा है तो इसे अवॉयड करें।
यह सच है कि मुल्तानी मिट्टी स्किन को फायदा पहुंचाती है, लेकिन इसे हर दिन लगोन से बचना चाहिए। मुल्तानी मिट्टी रोज़ाना लगाने वाली चीज़ नहीं है, खासकर अगर त्वचा ड्राय या सेंसिटिव हो। इससे आपकी स्किन को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, मास्क को हफ्ते में 1 या 2 बार ही लगाएं।
सिर्फ मुल्तानी मिट्टी ही लगाना
भले ही आप मुल्तानी मिट्टी का मास्क बना रही हैं, लेकिन उसमें सिर्फ पानी मिक्स करके नहीं लगाना चाहिए।