
जांजगीर। जांजगीर जांजगीर रेलवे स्टेशन पर विकलांग यात्रियों के लिए आवश्यक सुविधाओं की कमी के कारण उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विकलांग लक्ष्मी ने बताया िक सभी प्लेटफार्मों पर लिफ्ट और विकलांगों के अनुकूल रैम्प की व्यवस्था नहीं है। उन्होंने बताया कि प्लेटफॉर्म 1 के मुख्य प्रवेश द्वार पर एक प्रवेश रैंप बन रहा है, लेकिन एफओबी (फुट ओवर ब्रिज) पर चढऩे के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। इसके अलावा, प्लेटफॉर्म 2 और अन्य प्लेटफार्मों पर भी ऐसी कोई सुविधा नहीं है। विकलांग यात्री मोहन यादव ने बताया कि स्टेशन में लिफ्ट और एसकेलेटर की सुविधा नहीं होने से विकलांग यात्रियों को एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म में जाने के लिए कठिनाई होती है, जिससे कई बार उनकी ट्रेन छूट जाती है। इसके अलावा, स्टेशन दृष्टिहीन यात्रियों के लिए असुरक्षित है और सीमित गतिशीलता वाले यात्रियों के लिए प्रवेश वर्जित है।
असंगत और गैर-मानक स्पर्शनीय चेतावनियां, विकलांगों के लिए निर्दिष्ट पार्किंग स्थल का ऊंचाई पर होना, जहां कोई कर्ब रैम्प नहीं है, व्हीलचेयर उपयोगकर्ताओं के लिए कोई निचला काउंटर नहीं होना, ये सभी समस्याएं विकलांग यात्रियों के लिए यात्रा को और भी कठिन बना देती हैं। यह स्थिति भारतीय रेलवे की सुगम्य भारत अभियान के तहत विकलांग यात्रियों के लिए सुविधाओं के विस्तार की दिशा में उठाए गए कदमों के बावजूद उत्पन्न हुई है। हालांकि, रेलवे ने 2024 तक 597 स्टेशनों पर लिफ्ट और एसकेलेटर की सुविधा प्रदान की है, लेकिन जांजगीर स्टेशन में इन सुविधाओं की कमी विकलांग यात्रियों के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।