
मुंबई। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा है कि उनकी पार्टी और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के बीच गठबंधन की कोई घोषणा नहीं हुई है। अभी केवल दोनों के बीच भावनात्मक बातचीत ही हो रही है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने मनसे के अध्यक्ष और अपने चचेरे भाई राज ठाकरे के साथ सुलह के लिए कोई पूर्व शर्त नहीं रखी है। गठबंधन की कोई घोषणा नहीं हुई है। फिलहाल भावनात्मक बातचीत जारी है। राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे पारिवारिक कार्यक्रमों में मिलते रहते हैं। वे भाई हैं। राज ठाकरे ने फिल्म निर्माता महेश मांजरेकर को दिए साक्षात्कार में कहा था कि उन्हें अविभाजित शिवसेना में उद्धव के साथ काम करने में कोई समस्या नहीं थी। इस बयान के बाद दोनों के बीच सुलह की अटकलें शुरू हो गई हैं। यह साक्षात्कार काफी पहले रिकार्ड किया गया था। इसे शनिवार को प्रसारित किया गया। राज ठाकरे ने कहा है कि सवाल यह है कि क्या उद्धव उनके साथ काम करना चाहते हैं। हालांकि, मनसे की मुंबई इकाई के अध्यक्ष एवं पार्टी के प्रवक्ता संदीप देशपांडे ने कहा कि लोग राज ठाकरे की टिप्पणी को जरूरत से ज्यादा तूल दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनावी गठबंधन अभी दूर की बात है। शिवसेना (यूबीटी) को मराठी भाषा तथा लोगों के लिए मनसे के आंदोलन का समर्थन करना चाहिए। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री एकनाथ ङ्क्षशदे उस समय नाराज हो गए, जब एक मीडियाकर्मी ने उनसे उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच सुलह की अटकलों पर प्रतिक्रिया मांगी। इस पर उन्होंने कहा कि इसके स्थान पर वह सरकार के काम के बारे में बात करें। शनिवार को ङ्क्षशदे सतारा जिला स्थित अपने पैतृक गांव में थे। इसी दौरान उनसे यह सवाल पूछा गया। महाराष्ट्र के मंत्री और भाजपा नेता नितेश राणे ने रविवार को कहा कि उद्धव ठाकरे से पूछना चाहिए कि क्या उन्होंने मनसे के साथ हाथ मिलाने की दिशा में कोई कदम उठाने से पहले अपनी पत्नी रश्मि ठाकरे की अनुमति ली थी। ऐसे फैसलों में उनकी राय अधिक महत्वपूर्ण होती है। आरोप लगाया कि रश्मि ठाकरे ने राज ठाकरे के शिवसेना से बाहर निकलने में बड़ी भूमिका निभाई थी। जबकि, उस समय दोनों चचेरे भाइयों के बीच कोई बड़ा मतभेद नहीं था। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के फिर से साथ आने की अटकलों के बीच कहा कि यदि दोनों साथ आते हैं, तो हमें खुशी होगी। सदि लोग अपने मतभेद सुलझा लेते हैं, तो यह अच्छी बात है।
मैं इसके बारे में और क्या कह सकता हूं। महाराष्ट्र के मंत्री और भाजपा नेता नितेश राणे ने रविवार को कहा कि उद्धव ठाकरे से पूछना चाहिए कि क्या उन्होंने मनसे के साथ हाथ मिलाने की दिशा में कोई कदम उठाने से पहले अपनी पत्नी रश्मि ठाकरे की अनुमति ली थी।ऐसे फैसलों में उनकी राय अधिक महत्वपूर्ण होती है। आरोप लगाया कि रश्मि ठाकरे ने राज ठाकरे के शिवसेना से बाहर निकलने में बड़ी भूमिका निभाई थी। जबकि, उस समय दोनों चचेरे भाइयों के बीच कोई बड़ा मतभेद नहीं था।