
भुवनेश्वर, 3१ मई ।
केरल में दिहाड़ी मजदूरी के तौर पर ओडिशा के स्कूल टॉपर के काम करने की खबर सामने आने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने हस्तक्षेप किया है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने रायगढ़ जिला कलेक्टर को घटना की जांच करने का निर्देश दिए हैं। वहीं, मजदूरी करने वाले छात्र को वापस लाने तथा उसके उच्च शिक्षा के लिए कदम उठाने को कहा है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर काशीपुर विकासखंड की अदाजोर पंचायत के पोडापदर गांव के छात्र बलभद्र माझी को जिला कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री राहत कोष और रेडक्रास फंड से 30-30 हजार रुपये दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा विभाग को बलभद्र की उच्च शिक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने और सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया। उन्होंने बलभद्र के परिवार को उपलब्ध सरकारी योजनाओं के तहत आजीविका सहायता प्रदान करने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा विभाग से इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कदम उठाने को कहा।
उल्लेखनीय है कि बिषमकटक के मां मरकाम हायर सेकेंडरी स्कूल में पढऩे वाले बलभद्र ने प्लस टू आर्ट्स की परीक्षा में 517 अंकों के साथ स्कूल में टॉप किया है। परीक्षा समाप्त होने के बाद बलभद्र अपने दोस्तों के साथ परिवार की वित्तीय स्थिति में सुधार हेतु काम करने के लिए केरल चले गए थे।
परिणाम घोषित होने के बाद परिवार के सदस्यों सहित ग्रामीणों और स्कूल प्रशासन को यह जानकर खुशी हुई कि बलभद्र स्कूल के टॉपर बने हैं, लेकिन परिवार उनकी उच्च शिक्षा को लेकर चिंतित था, क्योंकि बलभद्र केरल में दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम कर रहे थे।