श्रीनगर। केंद्रीच जांच ब्यूरो ने गुरुवार को चिनाब दरिया पर निर्माणाधीन किरू जलविद्युत परियोजना में सिविल कार्यों में हुए घोटाले की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो सीबीआई ने जम्मू-कश्मीर के अंतिम राज्यपाल सतपाल मलिक समेत छह लोगों सीबीआई के अनुसार किरू जलविद्युत परियोजना के सिविल कार्यों के लिए 2200 करोड़ रुपये का ठेका आबंटित करने में नियम प्रक्रिया का उल्लंघन हुआ है। सीबीआई ने तीन वर्ष की गहन जांच के बाद अदालत में दायर अपने आरोप पत्र में जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक, चिनाब वैली पावर प्रोजेकट प्राइवेट लिमिटेड में तैनात रहे वरिष्ठ आईएएस नवीन कुमार चौधरी के अलावा एमएस बाबू, एमके मित्तल, अरुण कुमार मिश्रा के अलावा पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड को भी आरोपित बनाया है।

624 मेगावाट की किरू जल विद्युत परियोजना चिनाव वैली पावर प्रोजेक्टर प्राइवेट लिमिटेड , एनएचपीसी, जेकेएसपीडीसी और पीटीसी इंडिया का एक संयुक्त उपक्रम है। सतपाल मलिक वर्ष 2018 से 31 अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर राज्य के राज्यपाल रहे हैं।उन्होंने फरवरी 2022 में अपने एक साक्षात्कार में आरोप लगाया था कि उन्हें किरू जलविद्युत परियोजना से संबंधित कुछ फाइलों को मंजूरी देने के लिए एक बड़ी धनराशि की बतौर रिश्वत पेशकश की गई थी। उन्होंने एक वरिष्ठ अधिकारी के अलावा एक बड़े नेता पर भी आरोप लगाया था।