
बलरामपुर। प्रदेश में बढ़ते अपराधों के खिलाफ कांग्रेस सडक़ों पर उतर आई। पीसीसी चीफ दीपक बैज के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रायपुर में मुख्यमंत्री निवास का घेराव किया। घेराव से पहले नगर निगम मुख्यालय के सामने बड़ी सभा का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश भर से पार्टी के वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी और सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। सभा में नेताओं ने महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, लूट, हत्या और बलात्कार जैसे गंभीर अपराधों को लेकर साय सरकार को कठघरे में खड़ा किया। हालांकि इस प्रदर्शन में प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव की गैरहाजिऱी चर्चा का विषय बनी रही।प्रदेश भर से पहुंचे नेताओं और कार्यकर्ताओं में प्रमुख रूप से नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू, सह-प्रभारी विजय जांगीड़, जरिता लैतफलांग, महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलो देवी नेताम, प्रभारी महामंत्री मलकीत गैदू, विधायक अंबिका मरकाम, उमेश पटेल, चातुरी नंद, पूर्व विधायक अरुण वारा, गुरमुख होरा, पूर्व सांसद छाया वर्मा, अनीता शर्मा, पूर्व मंत्री अमितेश शुक्ल, विकास उपाध्याय, सत्यनारायण शर्मा, प्रमोद दुबे समेत एनएसयूआई, यूथ कांग्रेस और महिला कांग्रेस के कार्यकर्ता शामिल रहे।42 डिग्री हो या 45, हमें हमारी माता-बहनों को बचाने से कोई नहीं रोक सकता। आत्मानंद स्कूल की नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म हुआ, गर्भवती हो गई, प्रशासन को भनक तक नहीं लगी। हर 3 घंटे में एक बलात्कार हो रहा है, सरकार को होश नहीं।वो जनता के लिए नहीं, भक्षक बनकर काम कर रहे हैं। गृह मंत्री बंगाल पर बयान दे रहे हैं, इतनी चिंता है तो इस्तीफा दें और वहां जाकर पद संभालें।जो खुद को आदिवासी नहीं मानते, वो बस्तर में जाकर आदिवासियों के संघर्ष पर भाषण दे रहे हैं। बलौदाबाज़ार और बलरामपुर की घटनाएं साबित करती हैं कि जनता का प्रशासन से विश्वास उठ गया है।