टोरंटो, १६ मार्च ।
पूर्व केंद्रीय बैंकर मार्क कार्नी ने कनाडा के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। वह कनाडा के 24वें प्रधानमंत्री बने हैं। उन्होंने जस्टिन ट्रूडो की जगह ली है। उन्होंने उस समय पद संभाला है, जब ट्रंप कनाडा को अमेरिका में मिलाने की बात कह रहे हैं।कार्नी ने कहा कि हम राष्ट्रपति ट्रंप का सम्मान करते हैं और साथ काम कर सकते हैं। अगर ट्रंप कनाडा की संप्रभुता के प्रति सम्मान दिखाते हैं तो वे उनसे मिलने के लिए तैयार हैं। वाशिंगटन के खतरों से निपटने के लिए उन्होंने मंत्रिमंडल का पुनर्गठन किया है। इसमें दो भारतवंशी भी शामिल हैं। 13 पुरुषों और 11 महिलाओं वाली कार्नी की कैबिनेट ट्रूडो की 37 सदस्यीय टीम से छोटी है।
भारतवंशियों में अनीता आनंद और दिल्ली में जन्मी कमल खेड़ा शामिल हैं। 58 वर्षीय आनंद नवाचार, विज्ञान और उद्योग मंत्री हैं, जबकि 36 वर्षीय खेड़ा स्वास्थ्य मंत्री हैं। आनंद का जन्म नोवा स्कोटिया में हुआ। आनंद को पहली बार 2019 में ओकविले के लिए संसद सदस्य के रूप में चुना गया और इससे पहले उन्होंने ट्रेजरी बोर्ड के अध्यक्ष, राष्ट्रीय रक्षा मंत्री और सार्वजनिक सेवा मंत्री के रूप में कार्य किया था।वहीं, दिल्ली में जन्मी खेड़ा का परिवार उस समय कनाडा चला गया, जब वह स्कूल में थीं। उन्होंने यार्क विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक किया। पहली बार 2015 में ब्रैम्पटन वेस्ट के लिए संसद सदस्य के रूप में चुनी गईं। संसद के लिए चुनी गई सबसे कम उम्र की महिलाओं में से एक हैं।खेड़ा ने एक्स पर कहा कि नर्स के रूप में मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता हमेशा अपने मरीजों का समर्थन करने के लिए मौजूद रहना है। यही मानसिकता मैं स्वास्थ्य मंत्री की भूमिका में हर दिन लाऊंगी।