4 हजार से अधिक मुर्गियां, 9998 चूजे और 19095 अंडे होंगे नष्ट
कोरीया। कोरिया जिले में बर्ड फ्लू का मामला सामने आने के बाद कलेक्टर चंदन संजय त्रिपाठी ने तुरंत आपात बैठक बुलाई। बैठक के बाद बैकुंठपुर (हैचरी) के सभी मुर्गियों, चूजों और अंडों को नष्ट करने का निर्णय लिया गया।
भोपाल भेजे गए सैम्पल में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने की रिपोर्ट आने के बाद सोमवार की रात में ही कलेक्टर चंदन संजय त्रिपाठी ने आनन-फानन बैठक बुलाई। इस दौरान शासकीय कुक्कुट पालन प्रक्षेत्र बैकुंठपुर (हैचरी) के सारे अंडे चूजे मुर्गियां रात में नष्ट करने की तैयारी में जुट गए हैं। रैपिड टीम गठित कर 1 किलोमीटर एरिया को प्रभावित क्षेत्र घोषित किया गया। बैकुंठपुर के प्रेमाबाग स्थित शासकीय कुक्कुट पालन केंद्र में हालिया बर्ड फ्लू आउटब्रेक को लेकर चर्चा की गई, जिसमें भारत सरकार के मानकों का पालन करते हुए सूर्योदय से पूर्व सभी संक्रमित पक्षी, चूजे और अंडों के विनष्टीकरण करने निर्णय लिया गया। एक किलोमीटर तक का क्षेत्र इंफेक्टेड जोन और 10 किमी का क्षेत्र सर्विलांस क्षेत्र बनाया गया है। कुक्कुट, कुक्कुट उत्पाद तथा कुक्कुट आहार की बिक्री पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा। वर्तमान में हेचरी में 19095 अंडे, 9998 चूजे, 2,487 एडल्ट मुर्गियां और 2,448 बटेर हैं, जिनको रातभर में नष्ट करने का निर्णय लिया है। बताया जाता है कि कुछ मुर्गियां मर गई थीं। जिसके बाद इनके सैम्पल को जांच करवाने भोपाल स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज भेजा गया था। वहाँ से बर्ड फ्लू की पुष्टि की गई है।

कलेक्टर कैंप ऑफिस में आपातकालीन बैठक संपन्न
कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के शासकीय हेचरी में हालिया बर्ड फ्लू आउटब्रेक को लेकर बड़ी बैठक संपन्न इस बैठक में, कलेक्टर, एसपी, सीईओ, एडीएम, एसडीम, सीएमओ, वेटरिनरी विभाग के अधिकारी रहे उपस्थित। भारत सरकार के मानकों का पालन करते हुए सूर्योदय से पूर्व सभी संक्रमित पक्षी, चूज़े और अंडों के विनष्टीकरण के निर्देश। 1 किलोमीटर तक का क्षेत्र इंफेक्टेड जोन और 10 किमी का क्षेत्र सर्विलांस क्षेत्र रहेगा। इस क्षेत्र में अपनी मुर्गियां बाहर चरने न छोडऩे जनता से अपील की गई है। इस क्षेत्र में कुक्कुट (मुर्गियां), कुक्कुट उत्पाद (अंडे एवं अन्य) तथा कुक्कुट आहार (मुर्गीदाना) के विक्रय पर पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। साथ ही कलेक्टर के निर्देश पर त्वरित कार्यवाही हेतु पशु चिकित्सा विभाग द्वारा 5 रैपिड रिस्पॉन्स टीम बनाई गई हैं। साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा डोर टू डोर सर्वे हेतु 5 टीम गठित की गई हैं।