मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) को मंगलवार को तब बड़ा झटका लगा, जब दोनों पार्टियों के तीन बड़े नेता सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए।

उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे को यह बड़ा झटका

कुछ माह बाद होने वाले स्थानीय निकाय चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे को यह बड़ा झटका माना जा रहा है।नासिक मनसे का भी मजबूत गढ़ माना जाता रहा है।

सुधाकर बड़गूजर ने भाजपा का दामन थाम लिया

साथ ही पिछले लोकसभा चुनाव में नासिक से शिवसेना (यूबीटी) का ही प्रत्याशी जीतकर संसद में पहुंचा है। लेकिन मंगलवार को शिवसेना (यूबीटी) के दो बड़े नेता बबनराव घोलप एवं सुधाकर बड़गूजर ने मुंबई स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में भाजपा का दामन थाम लिया।

नासिक के महापौर रहे मनसे नेता अशोक मुर्तडक भी भाजपा में शामिल

इसके अलावा नासिक के महापौर रहे मनसे नेता अशोक मुर्तडक भी भाजपा में शामिल हो गए हैं। इन तीनों नेताओं के भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा नेता एवं मंत्री गिरीश महाजन ने नासिक महानगरपालिका में ‘अबकी बार सौ पार’ का नारा दे दिया है।

2017 के महानगरपालिका चुनाव में भाजपा को मिला था बंपर वोट

2017 के महानगरपालिका चुनाव में भी भाजपा 122 सदस्यों वाली नासिक मनपा में अकेले 66 सीटें जीतकर सबसे ऊपर रही थी। 2017 के महानगरपालिका चुनाव में भी भाजपा 122 सदस्यों वाली नासिक मनपा में अकेले 66 सीटें जीतकर सबसे ऊपर रही थी।

भाजपा की बढ़ी ताकत

अब स्थानीय निकाय चुनाव से ठीक पहले शिवसेना (यूबीटी) एवं मनसे के तीन बड़े नेताओं के भाजपा में आ जाने से भाजपा की ताकत और बढ़ गई है। गौरतलब है कि बबनराव घोलप पूर्व मंत्री हैं और सुधाकर बड़गूजर को शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता संजय राउत का करीबी माना जाता है।