
तीन साल पहले आया था 14 करोड़ का नोटिस
उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में भी उनके पास 14 करोड़ रुपये का नोटिस आयकर विभाग से आया था। पहले उन्होंने समझा कि किसी की शरारत है, परेशान करने को नोटिस भेजा गया है। बाद में एक अधिवक्ता के जरिए अपना जवाब आयकर विभाग को भेज दिया कि उन्होंने कोई जीएसटी नंबर नहीं लिया है। इसके बाद उन्होंने इस पूरे मामले पर ध्यान नहीं दिया। इधर, 26 मार्च को फिर 16 करोड़ के लेनदेन की जानकारी दी गई। शुक्रवार को एसपी सिटी डॉ. अरविंद कुमार को उन्होंने शिकायती पत्र दिया। मामले की जांच कर रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की। जब सौरभ के पैन कार्ड की जांच कराई, तो पता चला कि पैन कार्ड पर एक जीएसटी नंबर एचएआर इंटरप्राइजेज के नाम से लिया गया है, जबकि दूसरा कविता इंडस्ट्रीज के नाम से।
यह दोनों जीएसटी नंबर दिल्ली के शकरपुर के पते पर लिए गए। वर्तमान में दोनों जीएसटी नंबर कैंसिल कर दिए गए हैं। एसपी सिटी का कहना कि मामले की जांच कराई जा रही है। आयकर विभाग से भी जानकारी की जा रही है।