
नईदिल्ली, २१ जून ।
बोइंग के ड्रीमलाइनर 787 में तकनीकी खामियों की रिपोर्ट करने पर एअर इंडिया द्वारा पिछले वर्ष दो केबिन क्रू को बर्खास्त करने की एविएशन इंडस्ट्री एंप्लाइज गिल्ड (एआइईजी) ने सीबीआइ जांच कराने की मांग की है। अहमदाबाद में पिछले हफ्ते हुई विमान दुर्घटना के बाद यह मामला गर्म हो गया है।एआइईजी के महासचिव जॉर्ज अब्राहम ने कहा कि तकनीकी खामी की रिपोर्ट करने के बाद एअर इंडिया ने दोनों केबिन क्रू पर अपने बयान बदलने का दबाव डाला था। बाद में दोनों को बर्खास्त कर दिया गया था। यह बेहद गंभीर मामला है। यह विमानन क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरनाक है। उन्होंने इस संदर्भ में निष्पक्ष जांच के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। अब्राहम ने बताया कि 14 मई, 2024 को मुंबई से लंदन जाने वाली एअर इंडिया की फ्लाइट के अपने गंतव्य पर पहुंचने के बाद विमान के दरवाजे में तकनीकी खराबी के कारण स्लाइड राफ्ट मैनुअल मोड में खुल गई थी। जबकि स्लाइड राफ्ट तभी सक्रिय होती हैं, जब विमान स्वचालित मोड में होता है।लगभग एक सप्ताह पहले अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया विमान हादसे में मारे गए 270 लोगों में से अब तक 231 मृतकों की डीएनए मिलान के माध्यम से शिनाख्त की जा चुकी है। 210 शव उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं। गुजरात पुलिस को विमान हादसे वाली जगह से 318 मानव अंग मिले, इसके अलावा 100 मोबाइल भी मिले।सभी मोबाइल फोरेंसिक जांच के लिए एफएसएल भेजे गए हैं। अहमदाबाद एयरपोर्ट परिसर में बने भवन में विमान हादसे की जांच की व्यवस्था की गई है। जांच एजेसियों को यहीं आकर जांच करनी होगी। 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही उड़ान एआइ-171 अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही क्षण बाद हादसाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में विमान में सवार 242 में से 241 लोगों की जान गई थी। इसके अलावा जहां विमान गिरा, वहां भी 29 लोगों की मौत हुई। इनमें मेडिकल छात्र, वहां काम कर रहे श्रमिक व उनके बच्चे शामिल हैं।बताया जा रहा है कि गुजराती फिल्म मेकर महेश कालावाडिया की भी इस हादसे में मौत हुई है। हादसे के बाद उसके मोबाइल का टावर लोकेशन 700 मीटर दूर आ रहा था लेकिन सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद आशंका के आधार पर स्वजन ने डीएनए सेंपल दिया, डीएनए मिलान के बाद शुक्रवार को शव स्वजन को सौंपा गया।पुलिस आयुक्त जीएस मलिक ने बताया कि इस विमान हादसे के घटनास्थल से 318 मानव अंग मिले, इसके अलावा 100 मोबाइल भी मिले। पुलिस ने मोबाइल फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया।
पुलिस आयुक्त मलिक का कहना है कि मोबाइल से विमान के भीतर आखिरी दो मिनट में क्या हुआ होगा इसकी जानकारी मिल सकेगी।एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इंवेस्टिगेशन ब्यूरो की देखरेख में यह जांच चलेगी। इसके लिए एक समिति बनाई गई है उसमें अहमदाबाद पुलिस आयुक्त को भी सदस्य बनाया गया है। बोइंग की विशेषज्ञ टीम, अन्य एजेंसियां यहां बनाए गए जांच केंद्र में ही जांच व विश्लेषण करेगी। जांच एजेंसियां जल्द ही इस विमान हादसे की घटना का रिकंस्ट्रक्शन भी करेगी।