
नई दिल्ली। बेंगलुरु में एक महिला से यौन उत्पीडऩ के आरोपी की तलाश आखिरकार खत्म हो गई। पुलिस ने करीब 700 सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद आरोपी को केरल के एक दूरदराज गांव से गिरफ्तार कर लिया।बीटीएम लेआउट की एक गली में लगे सीसीटीवी में दिखा कि एक आदमी दो महिलाओं का पीछा कर रहा था। महिलाएं उसे नजरअंदाज करने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन अचानक वह एक महिला के साथ अश्लील हरकत करता है। दूसरी महिला उसे बचाने की कोशिश करती है, लेकिन आरोपी वहां से भाग जाता है। आरोपी संतोष की उम्र 26 साल है और वह बेंगलुरु के एक जैगुआर शोरूम में ड्राइवर के तौर पर काम करता है। पुलिस के मुताबिक, जब उसके खिलाफ तलाशी शुरू हुई तो वह तमिलनाडु के होसुर भाग गया, फिर सलेम और वहां से केरल के कोझीकोड पहुंचा। लगभग एक हफ्ते तक तीन राज्यों में चली तलाश के बाद पुलिस ने उसे केरल के एक सुदूर गांव से दबोच लिया।इस घटना के बाद कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर के एक बयान ने सियासी बवाल खड़ा कर दिया। मंत्री ने कहा, मैं पुलिस कमिश्नर से रोज़ कहता हूं कि सतर्क रहें और पूरे शहर में पेट्रोलिंग के जरिए निगरानी रखें। ऐसा मैं रोज़ कहता हूं। कभी-कभार कुछ घटनाएं हो जाती हैं तो लोगों का ध्यान उस ओर जाता है। पुलिस 24&7 काम कर रही है। इतने बड़े शहर में कुछ घटनाएं हो जाती हैं। हम कानून के मुताबिक कार्रवाई करेंगे। मैंने आज सुबह भी कमिश्नर से बात की है। बीजेपी प्रवक्ता प्रशांत जी ने मंत्री के बयान को असंवेदनशील बताते हुए कहा, क्या वे महिलाओं के खिलाफ अपराध और यौन उत्पीडऩ को सामान्य बना रहे हैं। वह जिम्मेदारी से बच रहे हैं और जवाबदेही नहीं लेना चाहते। बीजेपी विधायक और पूर्व उपमुख्यमंत्री अश्वत नारायण ने कहा कि गृह मंत्री का बयान उनकी बेबसी को दिखाता है। अश्वत नारायण ने कहा, महिला के साथ की गई हरकत बेहद निंदनीय है। गृह मंत्री की प्रतिक्रिया शर्मनाक और निराशाजनक है। ऐसे बयानों और घटनाओं से जनता का भरोसा कमजोर हो रहा है। उनका बयान दिखाता है कि वह गृह मंत्री के रूप में कितने असहाय हैं। उन्हें जिम्मेदार बयान देना चाहिए। बाद में परमेश्वर ने माफी मांगते हुए सफाई दी कि उनका बयान गलत समझा गया। उन्होंने कहा, मैं यह साफ करना चाहता हूं कि कल दिए गए मेरे बयान को सही तरह से नहीं समझा गया। मैं हमेशा महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर रहा हूं।
निर्भया फंड का सही इस्तेमाल सुनिश्चित किया है। मैं नहीं चाहता कि मेरे बयान को तोड़ा-मरोड़ा जाए। अगर किसी महिला को ठेस पहुंची है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं और माफी मांगता हूं।”