कोरबा। सैर-सपाटे और मनोरंजन के लिए सुविधाएं जरूरी है लेकिन इस बात का ध्यान रखना भी जरूरी है कि कहीं इसकी आड़ में गलत काम तो नहीं हो रहे। आउटसोर्सिंग पर चल रहे कॉफी प्वाइंट में अब शराबखोरी के साथ बहुत कुछ सुविधाएं देने की छूट की खबरें हैं। आए दिन इसे लेकर विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है।
लेमरू मार्ग पर कोरबा जिला मुख्यालय से 23 किलोमीटर दूर कॉफी प्वाइंट को पिछले वर्षों में डेवलप किया गया है। आसपास की हरियाली और यहां का प्राकृतिक सौंदर्य लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है। कॉफी प्वाइंट की स्थिति को सुधारने के साथ इसे सुचारू संचालन के लायक बनाया गया है। प्रतिदिन काफी संख्या में लोगों की पहुंच यहां हो रही है। इसके लिए 20 रुपए प्रति व्यक्ति प्रवेश शुल्क रखा गया है जबकि केंटिन और अन्य सुविधा का लाभ लेने के लिए 2000 रुपए की रसीद कटाना जरूरी किया गया है। जानकार सूत्रों का कहना है कि इस आधार पर किसी भी कपल या अन्य संदिग्ध को कमरा प्राप्त हो सकता है। फिर बीयर और शराब पार्टी के साथ और भी कुछ हो सकता है। शर्त यही है कि रसीद कटाई जाए। आए दिन लोगों के यहां पहुंचने और दूसरों की देखा-देखी इस तरह की सुविधा का लाभ लेने की बात की जाती है तो संचालक के साथ तनातनी होती है। कहा जा रहा है कि सुविधाएं चाहिए तो रसीद तो कटानी होगी। फिर आप क्या करते हैं इससे कोई मतलब नहीं है। इस तरह की स्थिति में अगर कुछ अप्रिय घटना हो जाती है तो जवाबदेह कौन होगा, यह भी सुनिश्चित नहीं किया गया है। खबर के अनुसार वनमंडल कोरबा के अंतर्गत बालको रेंज में आने वाली दुधीटांगर समिति को यहां की व्यवस्था का जिम्मा दिया गया है। जिस तरह से यहां पर हालात बिगड़ रहे हैं उस पर सवाल खड़े होना स्वाभाविक है।
पुलिस ने की कार्रवाई
एक सप्ताह पहले ही कॉफी प्वाइंट में रात को इन्हीं सब चक्कर में मारपीट की घटना तक हो गई जिसमें कोरबा का एक युवक घायल हो गया। उसे आनन-फानन में डॉयल 112 के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया। बालकोनगर पुलिस ने इस घटना को लेकर अपराध पंजीबद्ध किया। जिस तरह से यहां की हरकतें चल रही है उससे लगता है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।