शिवरीनारायण। रविवार को भगवान श्री शिवरीनारायण मठ मंदिर में एकादशी के अवसर पर भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा को पारंपरिक रूप से महास्नान कराया गया। महास्नान के बाद भगवान अस्वस्थ हो गए हैं और अब उन्हें आयुर्वेदिक औषधियों से उपचार दिया जाएगा। इस दौरान भगवान को केवल काढ़ा और औषधीय फल ही दिए जाएंगे।
पौराणिक मान्यता के अनुसार, एकादशी को महास्नान के पश्चात भगवान बीमार हो जाते हैं। अब वे पांच दिनों तक एकांतवास में रहेंगे और रथयात्रा के दिन 27 जून को भक्तों को दर्शन देंगे। इस दौरान भगवान को काली मिर्च, लौंग, इलायची, जायफल, चंदन और तुलसी से बना काढ़ा दिया जाएगा। छप्पन भोग की जगह उन्हें मौसमी फल और फलों का रस दिया जाएगा। भगवान की विशेष पूजा त्यागी जी महाराज, सुखराम दास और राजेश्री महंत डॉ. रामसुंदर दास जी महाराज द्वारा की जा रही है। रविवार को भगवान को मंदिर से एकांतवास स्थल पर ले जाया गया, जहां वे स्वास्थ्य लाभ के लिए विश्राम करेंगे।
ठीक होने तक भगवान किसी को दर्शन नहीं देंगे अभी पांच दिनों तक भगवान होम आइसोलेशन में रहेंगे। इस दौरान भक्तों को दर्शन नहीं मिलेंगे। भगवान को विशेष सेवा और औषधीय भोग के साथ रखा गया है। 27 जून को रथयात्रा के दिन ही भक्तों को दर्शन मिलेंगे।