
मुंबई, २२ जून।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को राजनीतिक मोड़ देते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने अपने प्रतिद्वंद्वियों पर अप्रत्यक्ष तंज कसा। कहा- 2022 की बगावत बड़ा योग थी। उसने महाराष्ट्र की राजनीति की दिशा बदल दी। यह योग राज्य में राजनीतिक स्थिरता और विकास लाया। शिंदे ने उस दिन को याद किया जब उनका गुट उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना से अलग हुआ था। बता दें कि इस राजनीतिक उठापटक से उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास आघाड़ी सरकार गिर गई थी। तब से शिवसेना के दोनों गुट एक-दूसरे पर वार करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ते।शनिवार को शिंदे ने कहा- 21 तारीख को ही हमने बड़ा योग किया था (शिवसेना का दो गुटों में विभाजन हुआ), वह मैराथन योग था। वह योग मुंबई में शुरू हुआ और इसी कारण 21 जून को महाराष्ट्र में बहुत बदलाव आया है। अब हम यहां विकास देख रहे हैं। हमारी सरकार लोगों के लिए काम कर रही है। देवेंद्र फडणवीस और मैं पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में इस दिशा में काम कर रहे हैं। शिंदे ने कहा- मैं सभी को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देता हूं। पीएम मोदी के प्रयासों के कारण यूएन ने इसे मान्यता दी है। पूरी दुनिया इस दिन को मनाती है। पीएम मोदी स्वयं हर दिन योग करते हैं और इसलिए वे स्वस्थ और तंदुरुस्त हैं। यही कारण है कि वे हमारे देश और अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने पाकिस्तान को ऑपरेशन संदूर के माध्यम से एक सबक भी सिखाया।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर शिवसेना नेत्री साइना एनसी ने भी शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव करे पर हमला बोला। कहा- एकनाथ शिंदे का गुट जो कहता है, वह करके दिखाता है जबकि शिवसेना (यूबीटी) कांग्रेस पार्टी का अनुसरण करती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे ने पार्टी की मूल विचारधारा को छोड़ दिया, जोकि बालासाहेब ठाकरे द्वारा दी गई थी।उन्होंने उद्धव पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें यह सोचना चाहिए कि उनका नाम उद्धव ठाकरे है या फिर उद्धव गांधी, क्योंकि वह राहुल गांधी की विचारधारा के साथ जुड़ रहे हैं। इस दौरान उन्होंने योग के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की। साइना ने कहा कि उनकी पहल और प्रयासों से योग अब दुनियाभर के देशों में किया जाता है।