
इंदौर। इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड को लेकर मृतक के भाई सचिन रघुवंशी ने राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सोनम बार-बार पुलिस को गुमराह कर रही है।मेघालय में हनीमून ट्रिप के दौरान मारे गए राजा रघुवंशी के बड़े भाई सचिन ने कहा कि हत्या के पीछे की पूरी सच्चाई को उजागर करने के लिए मामले में सोनम और चार अन्य आरोपियों को गहन जांच के लिए इंदौर लाया जाना चाहिए। शिलांग की अदालत ने सोनम और उसके कथित प्रेमी राज कुशवाह की पुलिस हिरासत दो दिनों के बढ़ा दी है। इस बीच राजा के भाई सचिन ने कहा कि सोनम ने अपने आठ दिन की पुलिस हिरासत के दौरान जांचकर्ताओं को गुमराह किया और हत्या के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा कि उचित पूछताछ के लिए उसे लंबे समय तक पुलिस हिरासत में रखा जाना चाहिए। सचिन रघुवंशी ने सोनम के पूरे परिवार की नार्कोएनेलिसिस जांच की मांग दोहराते हुए आरोप लगाया कि उसके रिश्तेदारों और दोस्तों ने भी उसके भाई की हत्या की साजिश में भूमिका निभाई होगी। उन्होंने कहा, इतनी बड़ी साजिश रच पाना आसान नही है। मेरे भाई की हत्या के पीछे का मकसद स्पष्ट रूप से पता होना चाहिए। इसके लिए सोनम और अन्य आरोपियों को इंदौर लाकर विस्तृत पूछताछ की जानी चाहिए।
राजा की मां उमा रघुवंशी अपने दिवंगत बेटे को याद करते हुए रो पड़ीं और पूछती रहीं कि सोनम ने मेरे बेटे को क्यों मरवाया? उन्होंने कहा, “उससे उसके दोस्तों और उसके सभी करीबी लोगों से विस्तार से पूछताछ की जानी चाहिए। मेरे बेटे का क्या दोष था और उसने उसे क्यों मरवाया? जब तक मैं सोनम के मुंह से सीधे इसका जवाब नहीं सुनूंगी, मुझे चैन नहीं मिलेगा।”बता दें, सोनम, उसके कथित प्रेमी राज कुशवाह और कुशवाह के तीन दोस्तों विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को मेघालय में 23 मई को राजा रघुवंशी की योजनाबद्ध हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।शिलांग की एक अदालत ने सोनम और कुशवाह की पुलिस हिरासत दो दिन के लिए बढ़ा दी, जबकि चौहान, राजपूत और कुर्मी को गुरुवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इंदौर निवासी राजा 23 मई को मेघालय में अपने हनीमून के दौरान लापता हो गया था। उसका क्षत-विक्षत शव 2 जून को पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा इलाके में एक झरने के पास एक गहरी खाई से बरामद किया गया था, जिसे चेरापूंजी के नाम से भी जाना जाता है।सोनम ने 8 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, जबकि कुशवाह और अन्य तीन आरोपियों को मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया।