जोधपुर, २० जून ।
राजस्थान के जोधपुर में गुरुवार को 964 पाक विस्थापित परिवारों को भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र सौंपे गए। प्रमाण पत्र पाकर उम्मीद के सहारे बैठे इन लोगो की आंखें छलक आईं। चेहरे पर संतोष और हृदय में भारत माता से जुड़ाव की अनुभूति स्पष्ट नजर आ रही थी।
विस्थापन की पीड़ा अब भारतीय नागरिक होने के गर्व में परिवर्तित हो गई। जनगणना कार्य निदेशालय, राजस्थान के निदेशक विष्णु चरण मल्लिक ने अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान नागरिकता प्रमाण पत्र वितरण शिविर में पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र सौंपे। उन्होंने इस ऐतिहासिक क्षण को विस्थापितों के संघर्ष, धैर्य और उम्मीद की जीत बताते हुए सभी को बधाई दी और कहा कि आज आपने केवल कागज नहीं, बल्कि अपनी पहचान पाई है। जिला कलक्टर गौरव अग्रवाल ने लाभार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, आज आपकी भारतीय नागरिकता की औपचारिक शुरुआत है। केंद्र और राज्य सरकारें आपके कल्याण के लिए कार्यरत हैं। ये 964 प्रमाण पत्र केवल संख्या नहीं, बल्कि 964 संघर्ष और साहस की कहानियां हैं। उन्होंने संविधान प्रदत्त अधिकारों के साथ-साथ नागरिक कर्तव्यों के निर्वहन की भावना को आत्मसात करने का आग्रह किया। उन्होंने इस ऐतिहासिक क्षण को विस्थापितों के संघर्ष, धैर्य और उम्मीद की जीत बताते हुए सभी को बधाई दी और कहा कि आज आपने केवल कागज नहीं, बल्कि अपनी पहचान पाई है।जिला कलक्टर गौरव अग्रवाल ने लाभार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, आज आपकी भारतीय नागरिकता की औपचारिक शुरुआत है। केंद्र और राज्य सरकारें आपके कल्याण के लिए कार्यरत हैं। ये 964 प्रमाण पत्र केवल संख्या नहीं, बल्कि 964 संघर्ष और साहस की कहानियां हैं। उन्होंने संविधान प्रदत्त अधिकारों के साथ-साथ नागरिक कर्तव्यों के निर्वहन की भावना को आत्मसात करने का आग्रह किया।