
रामानुजगंज। बलरामपुर जिले के ग्राम सेमरवा स्थित 100 एकड़ वन भूमि पर ग्रामीणों ने अतिक्रमण किया था। यहां उन्होंने घर भी बना लिए थे। वनमंडलाधिकारी द्वारा अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी कराकर कब्जा हटाने के निर्देश दिए थे। नहीं हटाने के बाद वन अमले ने राजस्व व पुलिस टीम के साथ सोमवार को ग्राम सेमरवा में बड़ी कार्रवाई करते हुए 100 एकड़ वन भूमि को कब्जा मुक्त कराया। अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाकर कार्रवाई की गई। दरअसल ग्राम सेमरवा में व्यापक पैमाने पर लगभग 100 एकड़ वन भूमि पर अतिक्रमण कर सुधु पिता डबल, राजकुमार पिता लल्लू, गुठल पिता लक्षन, शनिचर पिता बालमुकुन्द, रामऔतार पिता पाडु नान्हु पिता पाडु, बुधन पिता चितामन व गुलाब चंद पंडो द्वारा अतिक्रमण किया गया था। इसमें कच्चे मकान भी बनाए गए थे। वनमंडलाधिकारी द्वारा इनके खिलाफ बेदखली आदेश पारित किया गया था। इसके परिपालन में सोमवार को वन अमला, राजस्व व पुलिस टीम के साथ जेसीबी मशीनों को लेकर ग्राम सेमरवा पहुंचा, फिर यहां से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। जेसीबी मशीनों से कच्चे मकान व अन्य निर्माण को तोड़ा गया। इसके अलावा अन्य प्रकरण में ग्राम सेमरवा के सुदामा पिता केश्वर प्रसाद यादव, राजमोहन पिता लक्ष्मण पण्डो, ईश्वर पिता राजमोहन पण्डो व बलराम पिता राजदेव पण्डो को बेदखली कार्यवाही हेतु नोटिस जारी किया गया। कार्रवाई में उपवनमंडलाधिकारी, प्रशिक्षु एसीएफ धमनी, वन परिक्षेत्राधिकारी वाड्रफनगर, वन परिक्षेत्राधिकारी धमनी, थाना प्रभारी सनावल एवं उनका पुलिस बल, तहसीलदार रामचन्द्रपुर एवं राजस्व अमले के साथ बड़ी संख्या में वन कर्मचारी शामिल रहे।