जांजगीर-चांपा। कलेक्टर जन्मेजय महोबे एवं पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडेय के निर्देशन में बाल श्रम नीति के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु बाल श्रमिक, अपशिष्ट संग्राहक, भिक्षावृत्ति, मादक द्रव्यों के शिकार बच्चों के सर्वेक्षण, रेस्क्यु एवं पुर्नवास हेतु अंर्तराष्ट्रीय बाल श्रम प्रतिषेध दिवस के अवसर पर जिले में 12 जून से 30 जून 2025 तक विशेष अभियान आयोजन किया जा रहा है। बाल श्रम उन्मुलन किए जाने तथा सडक़ एवं सडक़ जैसी परिस्थितियो में रहने वाले बालको हेतु पुर्नवास नीति ‘‘बाल सक्षम‘‘ जारी की गई है। अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम प्रतिषेध दिवस के अवसर पर सामूहिक रूप से बाल श्रम के प्रतिषेध की शपथ ली गई।
जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती अनिता अग्रवाल ने बताया कि पुर्नवास नीति अनुसार सडक़ जैसी परिस्थितियों में रहने वाले बालक जैसे- ऐसे बच्चे जो बिना किसी सहारे के सडक़ो पर अकेले रहते है, ऐसे बच्चे, जो दिन में सडक़ो पर रहते और रात में निकट की झुग्गी, झोपड़ी बस्तियो में रहने वाले अपने परिवार के पास घर वापस आ जाते है, तथा अपने परिवार के साथ सडक़ो पर रहने वाले बच्चे अपनी उत्तरजीविता, भोजन, पानी, वस्त्र, आश्रय एवं संरक्षण हेतु प्रतिदिन विभिन्न प्रकार के संघर्षाे एवं चुनौतियो का सामना करते हैं।
इन बच्चों के चिन्हांकन, संरक्षण, पुर्नवास एवं बाल श्रम की रोकथाम हेतु जिला स्तर पर ज्वांट एक्शन प्लान तैयार कर जिला स्तरीय रेस्क्यू दल के द्वारा कार्यवाही किया जा रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम प्रतिषेध दिवस अभियान के अवसर पर संयुक्त टीम द्वारा आज अकलतरा, पामगढ़, चांपा में रेस्क्यु अभियान चलाया गया।