सूरजपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर जारी शिक्षा न्याय आंदोलन के अंतर्गत शहर कांग्रेस कमेटी सूरजपुर ने शुक्रवार को स्थानीय विकासखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। यह आंदोलन भाजपा सरकार की शिक्षा नीति और स्कूलों के युक्तियुक्तकरण के खिलाफ किया गया, जिसे कांग्रेस ने रोजगार और शिक्षा विरोधी करार दिया। शहर कांग्रेस अध्यक्ष संजय डोसी के नेतृत्व में कांग्रेस, किसान कांग्रेस, युवक कांग्रेस, एनएसयूआई और नगरीय निकायों के प्रतिनिधियों ने रंगमंच से रैली निकालकर बीईओ कार्यालय तक मार्च किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियां लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और शिक्षा व्यवस्था को राजनीतिक लाभ के लिए निशाना बनाए जाने का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार राज्य में 10,000 स्कूल बंद करने की योजना बना रही है, जिससे निजी स्कूलों को लाभ मिलेगा और सरकारी स्कूलों की स्थिति और खराब होगी। उन्होंने कहा कि युक्तियुक्तकरण के नाम पर की जा रही कार्रवाई शिक्षा क्षेत्र में असंतुलन पैदा करेगी और शिक्षक-अभ्यर्थियों को प्रभावित करेगी। काफी देर तक बीईओ कार्यालय के मुख्य द्वार पर धरना जारी रहा, जिसके बाद तहसीलदार इजराईल खान और बीआरसी मनोज मंडल के समझाने पर प्रदर्शनकारियों ने धरना समाप्त किया। प्रशासन ने एहतियातन मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया था। कार्यक्रम में किसान कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रामकृष्ण ओझा, नगरपालिका अध्यक्ष कुसुमलता राजवाड़े, पूर्व एआईसीसी सदस्य सुनील अग्रवाल, शकील हुसैन, पार्षद पारसनाथ राजवाड़े, प्रवेश गोयल, मंजूलता गोयल, सावित्री शर्मा, परमेश्वर राजवाड़े, शक्ति ठाकुर, सैयद आमिल, कौनेंन अंसारी, अजय सोनवानी, पवन साहू, शान्तु डोसी, राजपाल कसेरा सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल रहे। शहर कांग्रेस ने एलान किया कि यह आंदोलन अब चरणबद्ध रूप से आगे बढ़ेगा और अगला पड़ाव जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) कार्यालय का घेराव होगा।