अहमदाबाद, १३ जून ।
बीते दिन अहमदाबाद में हुए विमान हादसे ने पूरे देश को दहला कर रख दिया। इस हादसे में 241 लोगों की जान चली गई। हादसे की सटीक वजह अभी तक पता नहीं चल सकी है। शुरुआत में विमान का इंजन फेल होने का बड़ा कारण माना जा रहा था। हालांकि अब कयास लगाए जा रहे हैं कि कॉन्फिगरेशन एरर की वजह से यह दर्दनाक हादसा देखने को मिला है।1 2 जून की दोपहर लगभग 1.38 बजे अहमदाबाद एअरपोर्ट से उड़ान भरने के 5-9 मिनट बाद ही एअर इंडिया का विमान हादसे का शिकार हो गया। इस हादसे के बाद कॉन्फिगरेशन एरर पर भी सवाल उठने लगे हैं। उड़ान भरते ही आग का गोला बना एअर इंडिया का विमान, चालक दल समेत 261 की मौतदरअसल विमान उड़ाते समय किसी भी पायलट के लिए टेकऑफ सबसे मुश्किल काम होता है। टेकऑफ के दौरान एक छोटी सी तकनीकी या ऑपरेशन से जुड़ी कोई भी गलती कॉन्फिगरेशन एरर कहलाती है। अहमदाबाद विमान हादसे के पीछे कॉन्फिगरेशन एरर को बड़ी वजह माना जा रहा है। टेकऑफ के दौरान प्लेन के फ्लैप्स, थ्रस्ट, रोटेशन (तय समय पर टेकऑफ) और लैंडिंग गियर उठाने जैसी चीजों को मैनेज करना बेहद जरूरी होता है। ऐसे में अगर पायलट प्लैप्स की सेटिंग गलत कर दे, कम थ्रस्ट और समय से पहले टेकऑफ (रोटेशन) या लैंडिंग गियर न उठाने जैसी गलतियां कॉन्फिगरेशन एरर में गिनी जाती हैं। कॉन्फिगरेशन एरर विमान की उड़ान पर असर डालता है। इससे विमान को उठने और ऊंचाई पकडऩे में परेशानी होती है।
ऐसे में विमान नियंत्रण खो सकता है और दुर्घटना होना स्वाभाविक है। अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुआ एअर इंडिया के विमान टेकऑफ के 5-9 मिनट बाद विमान सिर्फ 825 फीट की ऊंचाई तक ही पहुंच सका था। उस दौरान विमान की रफ्तार 174 नॉट (320 किमी प्रति घंटा थी।
हालांकि बोइंग 787 को टेकऑफ के लिए 200-250 नॉट की रफ्तार चाहिए होती है। क्रैश विमान के वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि प्लेन के लैंडिंग गियर नीचे हैं, जो टेकऑफ के समय ऊपर हो जाने चाहिए थे। त्रश्व त्रश्वठ्ठ& इंजन को सबसे भरोसेमंद इंजन माना जाता है। वहीं, एक-साथ विमान में लगे दोनों इंजन फेल होना काफी रेयर है। इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि अहमदाबाद विमान हादसे की वजह पायलट की लापरवाही (कॉन्फिगरेशन एरर) वजह हो सकती है।