
अकलतरा। नगर के भगत सिंह पब्लिक स्कूल में शिव महापुराण कथा का आयोजन किया गया। कथा के दौरान भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह धूमधाम से मनाया गया। विवाह प्रसंग पर पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से विवाह का आनंद लिया।
कथा व्यास पंडित बुद्धेश्वर प्रसाद तिवारी ने व्यास पीठ से कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि भगवान का नाम लेने से हर कठिनाई पार की जा सकती है। जीवन में दुख आते हैं, लेकिन भगवान को भूलना नहीं चाहिए। उन्होंने भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह को एक अद्भुत और भव्य घटना बताया। इस विवाह में देवता और असुर दोनों शामिल हुए, जो अपने आप में अनोखी बात थी। कथा में बताया गया कि विवाह से पहले तीनों लोकों में तारकासुर राक्षस का आतंक था, जिसका अंत शिव-पार्वती के पुत्र कार्तिकेय ने किया। कथा में यह संदेश भी दिया गया कि भगवान शिव और पार्वती की कथा प्रेम, शक्ति और कर्तव्य का प्रतीक है।
हमें अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए लक्ष्य की ओर बढऩा चाहिए। कार्यक्रम में नगर के कई गणमान्य नागरिकों सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से लव सिंह चंदेल, ईश्वर सिंह बैस, गोमती सिंह चंदेल, सीता सिंह बैस, जयपाल सिंह बैस, संजीव सिंह चंदेल, विजय लक्ष्मी सिंह, युवराज सिंह, श्रुति सिंह, श्रीपाल सिंह बैस, रीना बैस, मंजू सिंह, रंजना सिंह और जय कुमार अग्रवाल उपस्थित थे। सभी ने श्रद्धा और भक्ति से कथा का श्रवण किया।
दुख की घड़ी में भगवान का स्मरण करते रहें पंडित तिवारी ने कहा कि आज हर व्यक्ति किसी न किसी दुख से परेशान है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि हम भगवान का स्मरण करना छोड़ दें। भगवान का नाम लेने से मन को शांति मिलती है और कठिन समय में भी रास्ता निकलता है। उन्होंने कहा कि भगवान शिव और पार्वती की कथा से हमें यह सीख मिलती है कि प्रेम और विश्वास से हर कठिनाई को पार किया जा सकता है।