नागरिकों ने कहा घटिया निर्माण हुआ, इसकी जांच कराए प्रशासन

चरचा कालरी। देश में स्वच्छ भारत अभियान की अलख जगाने वाले यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की महत्वपूर्ण योजनाएं नगर पालिका शिवपुर चर्चा क्षेत्र में दम तोड़ती नजर आ रही हैं स्वच्छता अभियान के नाम पर जबरदस्त हेरा फेरी और भ्रष्टाचार किया गया है पालिका क्षेत्र में सार्वजनिक शौचायलयों की हालत बद से बदतर है इन शौचालियों में हमेशा ताला लगा रहता है ओं डि एफ के समय दिखावे के लिए शौचालय में पुताई कर उचित व्यवस्था की जाती है और ओडीएफ की टीम के जाने तक ताला खुला रहता है द्ब जिससे यह प्रतीत हो कि लोग शौचालय का उपयोग कर रहे हैं टीम के जाते ही तत्काल ताला बंद कर दिया जाता है वार्ड नंबर 9 में स्थित सार्वजनिक शौचालय मैं हमेशा ताला लगा रहता है वहां ना तो पानी की व्यवस्था है और न हीं हाथ धोने के लिए साबुन या डिटर्जेंट उपलब्ध रहता है शौचालय में हमेशा ताला लगा रहता है इस वजह से वहां रहने वाले लोग खुले में शौच के लिए मजबूर हैं,
सार्वजनिक शौचालय में घटिया निर्माण कार्य पोनी पंसोरी योजना के तहत बने लाखों की लागत के सार्वजनिक शौचालय को लगातार अनुरोध करने के बावजूद आज दिवस तक प्रारंभ नहीं किया गया कई बार समाचार पत्रों में प्रकासन के बाद पालिका अधिकारी के द्वारा मात्र एक दिन के लिए शौचालय का ताला खोला गया इसके बाद फिर दूसरे दिन ही ताला बंद कर दिया गया यह सार्वजनिक शौचालय मात्र शोपीस बना हुआ है बाजार में आने वाले हजारों लोगों को शौचालय की सुविधा नहीं मिलने से बेहद परेशानी होती है विशेष रूप से महिलाएं बहुत ही ज्यादा शर्मिंदगी महसूस करती हैं इन लोगों ने जिले के उच्च अधिकारियों से शीघ्र शौचालय प्रारंभ करने की मांग की है इनका कहना है कि प्रेशर लगने पर मजबूरी में हमें आसपास ही खुले में शौच करना पड़ता है जिसके लिए नगर पालिका प्रशासन पूरी तरह से जिम्मेदार है सूत्रों के अनुसार शौचालय निर्माण में निकाय के इंजीनियर की मिली भगत से जबरदस्त भ्रष्टाचार कर घटिया निर्माण किया गया है शौचालय की छत की ढलाई एक समान नहीं की गई है शौचालय की छत बीच में नीचे झुकी हुई है घटिया निर्माण एवं गुणवत्ता विहीन सामग्री के उपयोग की वजह से छत से पानी सीपेज होता है शौचालय के अंदर बेहद हल्के किस्म के टाइल्स लगाए गए हैं जो कई जगह से टूटे हुए हैं महिलाओं की यूरिनल की स्थिति और भी बदतर है वहां पानी के जमाव की स्थिति बनी हुई है जिससे उसका उपयोग नहीं हो सकता शौचालय में यूरोपियन स्टाइल के कमोड लगाए गए हैं जिनके स्थानीय उपयोग की संभावना नहीं है परिसर के आसपास लगे पैवर ब्लॉक भी टूटे-फूटे हैं ब्लॉक लगाने के पहले जमीन की ढलाई भी मानक से काफी कम कर हेरा फेरी की गई है इन सब के बावजूद ठेकेदार को मनमाने तरीके से पालिका के जिम्मेदार अधिकारी और इंजीनियर के द्वारा बढ़ चढक़र भुगतान किया गया और छत्तीसगढ़ शासन को जानबूझकर आर्थिक क्षति पहुंचाई गई हजारों रुपए प्रतिमाह वेतन में पाने वाले इंजीनियर के द्वारा चंद्र रूपयो के लालच में घटिया निर्माण करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है इस इंजीनियर के द्वारा किए गए सभी निर्माण कार्यों की जांच आवश्यक है होली के पश्चात रविवार के दिन भी बाजार में आने वाली ग्रामीण महिलाओं व सब्जी विक्रेताओं ने सार्वजनिक शौचालय के सामने बैठकर अपनी दुकानदारी की , शिवपुर चर्चा को विकसित नगर पालिका कहने वाले क्षेत्र के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों को जनहित से जुड़े इस महत्वपूर्ण निर्माण सार्वजनिक शौचालय का जल्द से जल्द ताला खुलवाकर जनहित में प्रारंभ करना चाहिए शौचालय निर्माण में इंजीनियर और ठेकेदार के द्वारा मिली भगत कर किए गए घटिया गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य की जांच अत्यंत आवश्यक है