कोरबा । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशा के अनुरूप जिले में सुशासन तिहार 2025 का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर कलेक्टर अजीत वसंत ने कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में एक पत्रकार वार्ता आयोजित कर समाधान शिविरों की तैयारियों और प्राप्त आवेदनों के निराकरण की जानकारी दी।कलेक्टर ने बताया कि इस तिहार का मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों की समस्याओं का समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करना और शासकीय योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक पहुंचाना है। कोरबा जिले में अब तक कुल 1,78,418 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिन्हें स्कैन कर ऑनलाइन प्रविष्ट किया गया है। संबंधित विभागों को आवेदनों की जानकारी भेजी गई है और सभी आवेदनों का नियमों के अनुसार परीक्षण कर उनका निराकरण किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि इन शिविरों में पेंशन, राशन कार्ड, वन अधिकार पत्र, बिजली बिल संबंधी शिकायतें, रिकॉर्ड सुधार, पेयजल सुविधा, सीसी रोड और शौचालय निर्माण, महतारी वंदन योजना में नाम जोड़ने, प्रधानमंत्री आवास योजना, पट्टा आदि से संबंधित मांगें प्राप्त हुई हैं। पात्र आवेदकों को योजनाओं का लाभ दिलाने की कार्रवाई की जा रही है। ग्राम सभाओं के माध्यम से भी योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि निर्माण कार्यों और विशेष मांगों के लिए बजट और शासन से निर्देश प्राप्त होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जानकारी दी कि जिले में 5 मई से 31 मई तक कुल 41 समाधान शिविर आयोजित किए जाएंगे। प्रत्येक शिविर में 8 से 10 ग्राम पंचायतों को शामिल कर क्लस्टर आधारित आयोजन किया गया है।

नगरीय क्षेत्रों में 7 और नगर पंचायत क्षेत्रों में 5 शिविर होंगे। शिविरों में न केवल पुराने आवेदनों का वाचन और निराकरण होगा, बल्कि नए आवेदन भी स्वीकार किए जाएंगे। स्कूल भवन, आंगनबाड़ी केंद्र, सड़क निर्माण जैसे मुद्दों पर भी कार्रवाई की जा रही है। कई स्कूलों में अतिरिक्त कक्ष की मांग आई है, जिनका परीक्षण किया जा रहा है। पोंड़ी उपरोड़ा क्षेत्र के लगभग 40 स्कूलों में अतिरिक्त कक्ष स्वीकृत किए जा रहे हैं। शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए प्राथमिक और मिडिल स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था की गई है। शासन के निर्देशानुसार शिक्षकों का युक्तिकरण भी किया जाएगा। इसके अलावा, इस वित्तीय वर्ष में 200 नए आंगनबाड़ी भवन स्वीकृत किए गए हैं। पोंड़ी उपरोड़ा क्षेत्र में पेयजल संकट दूर करने हेतु लगभग 100 हैंडपंप स्वीकृत किए जा रहे हैं। जिले की शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए डीएमएफ राशि का सदुपयोग किया जा रहा है, जिससे जनकल्याणकारी कार्यों को गति मिलेगी। अंत में, कलेक्टर ने पत्रकारों के सवालों का भी उत्तर दिया। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ दिनेश कुमार नाग और जिला जनसंपर्क अधिकारी कमलज्योति भी उपस्थित थे।