सूरजपुर। जिले की पुलिस ने साइबर अपराध म्यूल अकाउंट मामलों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए अब तक विभिन्न थानों में पंजीबद्ध 7 मामलों में 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खातों की डिटेल खंगालने पर 98 लाख 72 हजार रूपये से अधिक का ट्रान्जेंक्शन की जानकारी सामने आई है।
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ एवं बैंक डिटेल के आधार पर खुलासा हुआ है कि साइबर ठगों के द्वारा केरल, हिमान्चल प्रदेश, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, ओडि़सा, गुजरात, जम्मू कश्मीर, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, तमिलनाडू, राजस्थान, झारखण्ड, हरियाणा, तेलंगाना, कर्नाटक के विभिन्न जिलों से ठगी की रकम इन आरोपियों के खातों में ट्रांसफर कर आहरण किया गया है। डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर प्रशांत कुमार ठाकुर ने जिले में साइबर अपराध म्यूल अकाउंट के मामले में तेजी से कार्यवाही एवं विवेचना के लिए एक टीम गठित कर लगाया है। इसी क्रम में थाना विश्रामपुर पुलिस के द्वारा साइबर अपराध म्यूल अकाउंट मामले के जांच में पाया कि खाता धारक जितेन्द्र यादव जिसका एक्सीस बैंक विश्रामपुर में खाता संचालित है उक्त खाता में साइबर ठग के द्वारा जयपुर सिटी राजस्थान, बैंगलोर कर्नाटका से ठगी की रकम 99 हजार 9 सौ 90 रूपये ट्रान्सफर कर रकम आहरित किया है। सायबर फ्रॉड में संलिप्त होते हुए फ्राड के पैसे को खाता धारक के द्वारा कई बार अपने खाते में प्राप्त किया गया। खाता धारक द्वारा आपराधिक षडय़ंत्र करना पाए जाने पर दिनांक 01.06.2025 को अपराध क्रमांक 134/25 धारा 317(4), 318(2), 61(2)(ए) बीएनएस के तहत पंजीबद्ध किया गया। डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर प्रशांत कुमार ठाकुर ने साइबर अपराध म्यूल अकाउंट के मामले में आरोपी की जल्द पकडऩे के निर्देश दिए। थाना विश्रामपुर पुलिस ने प्रकरण की विवेचना के दौरान आरोपी जितेन्द्र यादव पिता सुदामा उम्र 39 वर्ष एवं दिवेश कुमार यादव पिता जितेन्द्र उम्र 19 वर्ष निवासी ग्राम सपकरा बरपारा, थाना सूरजपुर को पकड़ा गया। पूछताछ पर खाताधारक जितेन्द्र यादव ने बताया कि एक्सिस बैंक विश्रामपुर में खाता खोलना एवं उसके लडक़े दिवेश के द्वारा सायबर फ्राड हेतु अपने साथी को बैंक खाता एवं एटीएम का उसका कोड दिया है। मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। प्रकरण में आगे की विवेचना जारी है। कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, सीएसपी एस.एस.पैंकरा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी विश्रामपुर अलरिक लकड़ा, एएसआई अविनाश सिंह व उनकी टीम सक्रिय रही।