
अलीगढ़। बीमारी और गरीबी से तंग आकर एक महिला ने रविवार सुबह मोबाइल टावर से कूदकर जान दे दी। वह मानसिक रूप से भी बीमार थी। घर से निकलने के बाद बच्चे उसे तलाशने पहुंचे भी, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। टावर के पास उसका शव पड़ा था।गुड्डी मवासी राम टेंपो चलाकर परिवार का लालन-पालन करते हैं। उनकी पत्नी कमलेश देवी कई माह से बीमार थी। दौरा पडऩे की शिकायत थी। जवाहरलाल नेहरू (जेएन) मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा था। बीमारी के चलते मानसिक रूप से भी अस्वस्थ हो गई थी। अक्सर घर से निकल जाती थी। बच्चे ढूंढकर लाते थे।महिला की बीमारी के चलते काफी रुपये खर्च हो चुके थे। परिवार गरीबी से जूझ रहा है। इसके चलते बड़ी बेटी नीशू और एक बेटा की पढ़ाई भी छूट गई। महिला को इसका आभास था। वह कहती भी थी कि ऐसी बीमारी लग गई है कि ठीक नहीं हो रही।रविवार सुबह करीब आठ बजे कमलेश टहलने के बहाने घर से निकल गई। उस समय बेटी नीशू खाना बना रही थी। पति टेंपो लेकर चले गए थे। महिला घर से करीब 100 मीटर दूर दूसरी गली के पास खेतों में लगे मोबाइल टावर पर चढ़ गई।मुहल्ले के लोगों ने टावर पर चढ़ते हुए देखा। कुछ ने वीडियो भी बनाए। महिला ने चप्पल टावर के नीचे उतार दी थी। उधर, बच्चे भी उन्हें तलाशने घर से निकले। टावर पर चढऩे के कुछ देर बाद ही महिला ऊपर से कूद गई।टावर से टकराते हुए नीचे गिरी, जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई है। महुआखेड़ा के थाना प्रभारी जोगेंद्र सिंह ने बताया कि महिला मानसिक रूप से परेशान थी। इलाज में काफी पैसा खर्च हो गया था। इससे भी वह परेशान थी।