
नईदिल्ली। पहाड़ से लेकर मैदान तक को सराबोर कर चुका मानसून बुधवार को भी झमाझम बरसा। उत्तराखंड के चमोली में भूस्खलन होने के कारण बदरीनाथ राजमार्ग जोगीधारा और पातालगंगा में अवरुद्ध है। जोशीमठ में मंगलवार सुबह साढ़े सात बजे से अवरुद्ध मार्ग को बुधवार को भी नहीं खोला जा सका, जबकि पातालगंगा में राजमार्ग पर भारी मात्रा में मलबा व बोल्डर गिरे हैं। करीब 1500 से अधिक तीर्थयात्री फंसे हुए हैं और मार्ग खुलने के इंतजार में हैं। उत्तर प्रदेश में बाढ़, वर्षा, वज्रपात से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। यूपी में वज्रपात से 52 और बिहार में 16 लोगों की मौत हो गई। उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के सीमांत जिलों में भारी वर्षा से जन-जीवन प्रभावित रहा। गढ़वाल मंडल में वर्षा का क्रम धीमा पड़ा है, लेकिन चारधाम यात्रा मार्गों का भूस्खलन से बाधित होना जारी है।पिथौरागढ़ व बागेश्वर के सीमांत क्षेत्रों में मूसलधार वर्षा होने से जनजीवन प्रभावित है। पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय में मंगलवार रात्रि दो घंटे तक तेज हवाओं के साथ 44 मिमी वर्षा हुई। चीन सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट मार्ग कई स्थानों पर मलबा आने से अवरुद्ध हो गया है। ऊधम सिंह नगर में दोपहर बाद हुई जोरदार वर्षा से बाजपुर व काशीपुर के कई क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं। कई घरों व दुकानों में पानी घुस गया। राज्य में 150 से अधिक संपर्क मार्ग मलबा आने से बाधित हैं।